रांची
झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। फिलहाल, वे अपने चचेरे भाई और धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में न्यायिक अभिरक्षा में हैं और रांची के रिनपास में इलाज करा रहे हैं। अब उन्हें वापस धनबाद जेल लाने की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई है।
याचिका में क्या कहा गया है? नीरज सिंह के भाई और इस हत्याकांड के सूचक अभिषेक सिंह ने धनबाद के सेशन कोर्ट में याचिका दाखिल कर संजीव सिंह को पूरी तरह स्वस्थ बताया है। उन्होंने कोर्ट से अनुरोध किया है कि संजीव सिंह को दोबारा धनबाद जेल भेजने का आदेश दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक, याचिका में मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, जिसमें संजीव सिंह की मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति पर सवाल उठाए गए हैं।
संजीव सिंह के इलाज का पूरा घटनाक्रम
11 जुलाई 2023 को तबीयत बिगड़ने के बाद संजीव सिंह को धनबाद के SNMMCH में भर्ती कराया गया था। इसके बाद, हाईकोर्ट के आदेश पर 11 अगस्त 2023 को उन्हें रिम्स, रांची रेफर किया गया। वहां से मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर उन्हें एम्स, दिल्ली भेजा गया, जहां इलाज के बाद 24 जनवरी 2024 से वे रांची के रिनपास में भर्ती हैं।
कोर्ट को क्या बताया गया? अभिषेक सिंह के वकील ने कोर्ट में तर्क दिया कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में संजीव सिंह को जिन बीमारियों से पीड़ित बताया गया है, उनके हाव-भाव और गतिविधियाँ उससे मेल नहीं खातीं। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने इस पर संज्ञान लेते हुए रिनपास के चिकित्सा अधीक्षक से उनकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति की रिपोर्ट मांगी थी, जिसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जा चुका है।
क्या है पूरा मामला?
21 मार्च 2017 को धनबाद के स्टील गेट के पास पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उनकी कार के धीमा होते ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी संजीव सिंह 11 अप्रैल 2017 से न्यायिक हिरासत में हैं।
अब कोर्ट को तय करना है कि संजीव सिंह को रिनपास से धनबाद जेल में शिफ्ट किया जाए या नहीं। इस फैसले पर सभी की नजरें टिकी हैं।