डेस्क:
मंगलवार को धनबाद में मुथूट फाइनेंस में लूट के इरादे से पहुंचे 5 अपराधियों में से 1 पुलिस की गोली से मारा गया। मारे गए अपराधी की पहचान 21 वर्षीय शुभम सिंह के रूप में हुई। शुभम सिंह को रॉबर्ट उर्फ रैबिट के नाम से जाना जाता था। एनकाउंटर के बाद पुलिस उसकी तस्वीर लेकर पहचान के इरादे से इलाके में घूमी। धनबाद स्थित भूली में पुलिस की तलाश खत्म हुई। भूली में शुभम की बहन ने उसकी पहचान की। यहां पुलिस को शुभम के बारे में जो भी पता चला वो काफी चौंकाने वाला है।
मूलरूप से बिहार का रहने वाला था शुभम
परिवार से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि शुभम मूलरूप से बिहार के आरा जिला स्थित कोइलवर का रहने वाला था। उसके दादा सेवानिवृत्त बीसीसीएल कर्मी हैं वहीं पिता विश्वजीत सिन्हा निजी आउटसोर्सिंग कंपनी में वाहन चलाते हैं।
पुलिस की गोली से मारे गए शुभम ने डीएवी (कुसुंडा) से इंटर तक की पढ़ाई की है। हैरान करने वाली बात ये है कि पूरे परिवार को शुभम के आपराधिक गतिविधियों की भनक तक नहीं थी।
परिवार को लगता था कि उनका बेटा देश सेवा की तैयारी में लगा है। इसकी वजह थी एक झूठ जो शुभम ने अपने परिवार से कहा था। परिवार, गहरे सदमे में है।
एनडीए में ट्रेनिंग को लेकर झूठ बोला था
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुभम ने अपने परिवार को बताया था कि उसका चयन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में हो गया है। वो ट्रेनिंग हासिल कर रहा है। एनडीए में चयन की बात को लेकर परिवार ने मुहल्ले में मिठाई तक बांटी थी। अब जितने गर्व के साथ परिवार ने मुहल्ले में मिठाइयां बांटी थी, उसने कहीं ज्यादा शर्मिंदा है शुभम की हरकत पर। दिलचस्प बात ये भी है कि शुभम का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।
शायद ये उसका पहला जुर्म था। एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार का लड़का अपराध की काली दुनिया का हिस्सा कैसे बन गया, फिलहाल ये जांच का विषय है।
शुभम की हरकत से खफा है पूरा परिवार
शुभम की 2 छोटी बहनें यकीन नहीं कर पा रही है कि अभी बीती राखी में उन्होंने जिस शुभम की कलाई पर राखी बांधी थी वो अपराध करते हुए पुलिस की गोली का शिकार हो चुका है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पिता विश्वजीत सिन्हा ने शुभम का शव लेने से इंकार कर दिया है। वे बेटे के कृत्य और एनडीए में चयन की झूठ से खासे खफा हैं। मुठभेड़ में शुभम के 2 साथियों को भी गोली लगी थी। पुलिस की कड़ी सुरक्षा में धनबाद के एसएनएमसीएच में उनका इलाज जारी है।
मंगलवार को धनबाद में हुआ था मुठभेड़
गौरतलब है कि मंगलवार को धनबाद के बैंक मोड़ इलाका स्थित मुथूट फाइनेंस में सोना लूटने के इरादे से पांच की संख्या में हथियारबंद अपराधी पहुंचे थे। वे अपने मंसूबे में कामयाब हो पाते, उससे पहले ही बैंक मोड़ थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस को देखते ही अपराधियों ने फायरिंग झोंक दी। पुलिस ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की।
गोलीबारी में शुभम मारा गया। पुलिस ने 2 अपराधियों को पकड़ लिया जबकि 2 लोग भागने में कामयाब रहे। धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि अपराधियों के पास से इंटरनेशनल सिम कार्ड मिले हैं। ताला, लॉकर और दरवाजा तोड़ने के टूल मिले हैं। पुलिस ने बाइक भी बरामद की है।