रांचीः
दिवाली की रात रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड में बस के अंदर दो लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतकों के परिजनों में शोक की लहर है। दोनों के परिजन इस घटना को सोची समझी साजिश बता रहे हैं। उन्हें यकीन नहीं है कि दोनों किसी हादसे का शिकार हुए हैं। परिजनों को आशंका है कि दोनों की किसी साजिश के तहत हत्या की गई है। परिजनों की मांग है कि इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए साथ ही मुआवजा भी मिलना चाहिए। परिजनों का कहना है कि जिस तरह से सब चिपका हुआ नजर आ रहा है इसे देखकर ऐसा लगता है कि पहले मारा गया है फिर बस में आग लगा दे लगाई गई है
बता दें कि मृतकों में मदन महतो और इब्राहिम शामिल है। अब तक कहा जा रहा है कि दोनों की बीती रात बस में जलकर मौत हो गई। बस में मोमबत्ती जलाकर दोनों सो गए थे मोमबत्ती से बस में आग लग गई और यह हादसा हो गया। हालांकि परिजन इस पर यकीन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि ड्राइवर ड्राइवर भले ही शराब पीते थे लेकिन खलासी शराब नहीं पीते थे इसलिए कम से कम उनको गेट खोलकर बचना चाहिए था। परिजनों ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि चलती बस में आग लग गई लेकिन बस में जिससे में आग लगी उसमें बस अधिक तेजी में नहीं होगी तो वह गेट खोल कर निकल सकते थे। मालूम हो कि खलासी इब्राहिम जिसकी मौत हुई है वह चाईबासा का रहने वाला था वही मदन महतो गुमला जिले के परवल गांव के रहने वाले थे दोनों के परिवार रांची पहुंच गए हैं