द फॉलोअप डेस्क, रांची:
आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के बाद ईडी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रैप के जवानों को भी तैनात किया गया है। आलमगीर आलम को गिरफ्तारी के बाद दफ्तर में ही मेडिकल जांच किया गया। गौरतलब है कि ईडी, आलमगीर आलम को कल कोर्ट में पेश करेगी जहां से रिमांड की मांग की जायेगी। अब ये कोर्ट पर निर्भर करता है कि वह ईडी को आलमगीर आलम की रिमांड सौंपता है या फिर न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश देता है। गौरतलब है कि झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री आलमगीर आलम को 6 मई को रांची में रेड के दौरान बरामद करीब 37 करोड़ रुपये कैश के मामले में गिरफ्तार किया गया है। 6 मई को ईडी ने रांची के 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी। एजेंसी ने अलग-अलग टीम बनाकर आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के मोरहाबादी स्थित आवास, संजीव लाल के घरेलु सहायक जहांगीर आलम के गाड़ीखाना चौक स्थित सैयद सोसायटी के फ्लैट और ग्रामीण कार्य विभाग के कई इंजीनियर्स के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
ग्रामीण कार्य विभाग में कमीशनखोरी का मामला
गौरतलब है कि ईडी ने ग्रामीण कार्य विभाग में टेंडर मैनेज और कमीशन खोरी के सिलसिले में यह कार्रवाई की। ईडी ने अपनी प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि विभाग के हर टेंडर में 3.2 फीसदी कमीशन फिक्स था। कमीशन का पैसा विभाग के नीचे से लेकर ऊपर तक कई नौकरशाहों और नेताओं तक पहुंचता था। कहा जा रहा है कि विभाग के किसी प्रभावशाली व्यक्ति के इशारे पर संजीव लाल के निर्देश पर जहांगीर आलम ठेकेदारों से कमीशन की राशि वसूलता था जिसे सैयद सोसायटी स्थित फ्लैट में रखा जाता था। छापेमारी के दौरान स्थानीय लोगों ने बताया था कि उन्होंने कई बार जहांगीर आलम को साधारण ट्राउजर और टीशर्ट पहने हाथ में झोला लिये फ्लैट में आते देखा था। उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी कि थैले में इतना कैश हो सकता है।
ईडी दफ्तर में ही आलमगीर आलम की मेडिकल जांच
मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के बाद ईडी दफ्तर में ही उनका मेडिकल चेकअप किया गया। उनसे दवाइयों की जानकारी लेकर वो मुहैया कराया गया। मंत्री आलमगीर आलम उन दवाइयों को अपने साथ रख सकेंगे। उनको सुबह कोर्ट में पेश किया जायेगा जहां ईडी रिमांड मांगेगी।