द फॉलोअप डेस्कः
28 जनवरी को जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा हुई थी। जिसके बाद पता चला था कि उस परीक्षा का पेपर एक दिन पहले ही लीक हो चुका है। जो सोशल मीडिया पर अगले दिन वायरल भी हो रहा था। अब इस मामले की जांच में ईडी की एंट्री हो गई है। दरअसल पेपर लीक मामले में मनी लाउंड्रिंग की जांच ईडी करेगी। ईडी इस मामले में ईसीआईआर दर्ज करेगी। ईडी ने सोमवार को इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र लिखकर केस की जानकारी मांगी है। राज्य सरकार के द्वारा जानकारी भेजने के बाद ईसीआईआर दर्ज कर किया जाएगा।
एफआईआर दर्ज कराया गया था
28 जनवरी को पेपर लीक मामला सामने आने के बाद नामकुम थाने में आयोग की प्रभारी अवर सचिव मधुमिता कुमार ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। आयोग के द्वारा 28 जनवरी को दर्ज कराए गए केस में बताया गया था कि परीक्षा शुरू होने के पहले प्रश्न पत्र लीक हो गए थे। इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से आयोग को मिली थी। आयोग के द्वारा दर्ज मामले में धारा 467, 468, 420, 120 बी आईपीसी व 66 आईटी ऐक्ट, झारखंड कंडक्ट ऑफ एग्जामिनेशन ऐक्ट 2001 के तहत केस दर्ज किया था। केस के अनुसंधान की जिम्मेदारी सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार को दी गई है।
छात्रों पर हुआ केस
इधर पेपर लीक मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे करीब 4000 छात्रों पर प्राथमिकी हुई है। छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो समेत 15 को नामजद किया गया है। कुल 4000 लोगों पर प्राथमिकी कराई गई है। बता दें कि 28 जनवरी को हुई परीक्षा और 4 फरवरी को होने वाली परीक्षा को स्थगित करने की मांग पर छात्र जेएसएससी कार्यालय के सामने आंदोलन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद छात्र उग्र हो गए और काफी हो हंगामा हुआ था। जेएसएससी अध्यक्ष का घेराव किए जाने के कारण इतनी बड़ी संख्या में छात्रों पर प्राथमिकी कराई गई है।