द फॉलोअप डेस्कः
साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले के गवाहों को प्रभावित करने के मामले में ईडी ने रांची जेल के जमादार अवधेश कुमार को तलब किया है। अवधेश को 13 मई को सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए रांची ईडी दफ्तर बुलाया गया है। मालूम होकि ईडी ने इससे पहले जनवरी में भी अवधेश को तलब किया था, लेकिन तब कैबिनेट के फैसले का हवाला देकर अवधेश ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे।
3 जनवरी को हुई थी छापेमारी
साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन और ईडी के गवाह विजय हांसदा को प्रभावित करने से जुड़े मामले में ईडी ने 3 जनवरी को बड़ी कार्रवाई की थी। ईडी ने 3 जनवरी सुबह 7 बजे पूर्व सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव, डीएसपी राजेंद्र दुबे, साहिबगंज के खनन कारोबारी खुदानिया बंधु, मुख्यमंत्री के मित्र विनोद कुमार सिंह, रोशन सिंह, कोलकाता के कारोबारी अभय सरावगी, पूर्व विधायक पप्पू यादव, रांची के बिरसा मुंडा जेल के जमादार अवधेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान एजेंसी को शेल कंपनियों के जरिए निवेश और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के सबूत मिले हैं। बरामदगी के आधार पर अब ईडी आगे की कार्रवाई कर रही है।
निलंबित कर दिया गया था
इससे पहले भी ईडी ने अवधेश कुमार को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। छह जनवरी 2024 को ईडी ने साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन और इसी केस में ईडी के गवाहों को प्रभावित करने से जुड़े मामले में चार लोगों को समन किया था। मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार रहे अभिषेक प्रसाद पिंटू को ईडी ने 16 जनवरी को पूछताछ के लिए तलब किया था. वहीं साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव को 11 जनवरी को ईडी ने बुलाया था, सीएम के करीबी मित्र और पेशे से आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह को 15 जनवरी को और जेल के वार्डन अवधेश कुमार सिंह को 11 जनवरी की उपस्थित होने का समन दिया गया था। ल से ईडी के गवाहों को प्रभावित करने के मामले में प्रेम प्रकाश के सहयोगी के तौर पर जेलकर्मी अवधेश कुमार सिंह का नाम सामने आया था। बाद में योगेंद्र तिवारी को मदद करने के मामले में अवधेश को निलंबित कर दिया गया था।