द फॉलोअप डेस्क
बजट वाले दिन मोदी सरकार गिरने वाली थी। एक तरफ संसद में केंद्र सरकार द्वारा देश का बजट पेश किया जा रहा था। वहीं, दूसरी ओर शेयर बाजार में हलचल के दौरान एक खास औद्योगिक घराने का शेयर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही थी। उसके वजह से केंद्र सरकार गिरने तक की नौबत आ गई थी। यह दावा गुरूवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी किया। उन्होंने बर्दवान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये बातें कही। अपने संबंधन में उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सरकार बचाने के लिए कई बड़े औद्योगिक घराने को फोन किया गया। जिसमें उनसे रूपये देने की बात कही गई। ममता ने कहा कि किसी से 20 हजार, किसी से 30 हजार और किसी से 10 हजार करोड़ रुपये देने को कहा गया। इसके साथ ही ममता ने कहा कि बिना योजनाबद्ध तरीके से सरकार चलाई जाएगी तो हालात ऐसी ही बन जाती है।
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ममता ने केंद्र सरकार पर हमला बोला
मालूम हो कि 24 जनवरी 2023 को अमेरिका की सर्वे संस्था हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया था। जिसमें अडाणी ग्रुप के कंपनियों के शेयरों में कृत्रिम उछाल और अन्य वित्तीय गड़बड़ियों के संगीन आरोप लगाए गए थे। जिसके बाद से अडाणी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिलने लगा। वहीं, बजट वाले दिन भी कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिला। इसी का हवाला देते हुए ममता ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने दावा करते हुए कहा कि पहले 2 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स में छूट थी। लेकिन, लोगों का सेविंग होता था। जबकि, अब टैक्स में छूट तो दी गई। लेकिन, वसूली भी ज्यादा की गई है। इसके साथ उन्होंने बताया कि जो आयकर रिटर्न देते थे उन्हें 80C धारा के तहत डेढ़ लाख रूपये तक का आयकर रिटर्न मिलता था। लेकिन, अब इस पर छूट नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा मेडिकल इंश्योरेंस के लिए 50 हजार रुपये की छूट नहीं मिलेगी। वहीं, नेशनल पेंशन योजना को भी हटा दिया गया है।
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