द फॉलोअप डेस्कः
गिरिडीह के बिरनी सीएचसी के प्रभारी डॉक्टर ताजउद्दीन शेख पर जीएनएम ने यौन शोषण करने के प्रयास का आरोप लगाया है। मंगलवार को पीड़िता जीएनएम ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ जांच कमेटी के सामने लिखित बयान दिया है। पीड़िता ने बताया है कि आरोपी डॉक्टर हमेशा शराब पीकर अपने आवास में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। कभी चैंबर में नहीं बैठते हैं। कर्मियों का हाजिरी रजिस्टर भी अपने आवास पर रखते हैं ताकि जब महिला चिकित्सा कर्मी हाजिरी बनाने जाएं तो वह अश्लील हरकत कर सके। इसका विरोध कोई करता है तो उसे नौकरी से हटाने की धमकी देते हैं।
कंपाउंडर भी करता है अश्लील हरकत
अपने बयान में पीड़िता ने कहा है कि डॉक्टर का प्राइवेट कंपाउंडर भी अश्लील हरकत करता है। 27 जुलाई को डॉक्टर के सह पर कंपाउंडर ने यौन शोषण करने का प्रयास किया था। जिसकी शिकायत बिरनी थाना प्रभारी को आवेदन देकर भी की गई। जिसपर आरोपी आशीष कुमार ने लिखित माफीनामा थाना प्रभारी को दिया था। जिसके बाद आरोपी डॉक्टर के दबाव में मुझसे आवेदन को वापस लिया गया। लिखित कबूलनामा के बाद फिर से आरोपी डॉक्टर और आशीष द्वारा लगातार मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का प्रयास किया जा रहा है।
सभी आरोप गलत और बेबुनियाद
इधर सीएचसी प्रभारी डॉ ताजउद्दीन शेख का कहना है कि सभी आरोप गलत और बेबुनियाद है। डिसिप्लिन सीखाने पर जबरन ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। टाइम से ड्यूटी नहीं करना, जब मन हाजिरी बनाना, इसपर सख्ती बरती गई तो यह आरोप लगाया जा रहा है। मामले को लेकर सीएच डॉ शिव प्रसाद मिश्रा ने कहा कि जांच कमेटी द्वारा प्रतिवेदन नहीं दिया गया है। डीटीओ के नेतृत्व में कमेटी बनाई गई है। जांच प्रतिवेदन आने पर ही कुछ कहा जा सकता है।