खूंटीः
मुहर्रम को लेकर जिला प्रशासन के तरफ से सुरक्षा के के पुख्ता इंतजाम हैं। शांतिपूर्ण ढंग से पर्व समाप्त हो इसको लेकर 45 मजिस्ट्रेट, 13 स्टेटिक दंडाधिकारी और 14 सुरक्षित पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति हुई है। संवेदनशील इलाकों में दो दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। कई मोहल्लों में सीआरपीएफ, रैपिड एक्शन फोर्स और जिला पुलिस बल की तैनाती की गई है।
मॉक ड्रिल के जरिए ट्रेनिंग
सोमवार को खूंटी पुलिस ने मॉक ड्रिल के जरिए दंगाइयों सुरक्षाबलों को ट्रेनिंग दी कि दंगाईयों से कैसे निबटना है। प्रशासन ने पहले से तैयारी पूरी कर ली है, ताकि मुहर्रम के दौरान कोई उपद्रव न हो। खूंटी पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इसमें डीएसपी मुख्यालय जयदीप लकड़ा (DSP Headquarters Jaideep Lakra) ने सुरक्षा बलों को विशेष प्रशिक्षण दिया। इससे पहले रांची में भी बीते दिनों रांची पुलिस लाइन में आयोजित इस मॉक ड्रिल में हर तरह के उन हथियारों का इस्तेमाल हुआ जिसे दंगे के दौरान इस्तेमाल कर दंगाइयों पर काबू पाया जाता है. टियर गैस, वाटर कैनन का इस्तेमाल हो या फिर अन्य हथियार सभी का प्रदर्शन किया गया और उसका सही इस्तेमाल कैसे हो इसे भी बताया गया. मुहर्रम के मद्देनजर रांची पुलिस ने प्रिवेंटिव एक्शन लेने का भी निर्देश दिया है. रांची SSP किशोर कौशल ने इसे लेकर कहा कि करीब 15 सौ लोगों की सूची तैयार की गई है जिनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गई है
डीएसपी ने बताया कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्ती बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही मस्जिद, कर्बला और इमामबाड़ा के पास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सीआरपीएफ और रैफ जवान की तैनात किये गये हैं।