द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के DGP अनुराग गुप्ता की पहल से 10 सितंबर से राज्य के 21 जिलों में जन शिकायत निवारण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम को लोगों के तरफ से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। हजारों लोगों ने इस कार्यक्रम में अपनी शिकायतें दर्ज कराई, जिनका तुरंत हल भी किया गया। लेकिन इनमें अधिकतर शिकायतें पुलिस के प्रति नाराजगी को लेकर हैं। ऐसे में अब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इन समस्याओं की समीक्षा करेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
DGP अनुराग गुप्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम को लोगों के तरफ से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। लेकिन यह कार्यक्रम तभी सफल होगा जब लोगों की शिकायतों का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि सभी मामलों की समीक्षा शुरू हो गई है। दोषियों के खिलाफ 15 दिनों के भीतर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। DGP ने कहा कि वे सभी वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे और उसके बाद अधिकारियों को पुनः जनसुनवाई स्थल पर भेजा जाएगा ताकि जमीनी हकीकत की जांच हो सके।
साथ ही DGP ने यह स्पष्ट किया कि अगर कोई पुलिसकर्मी पीड़ित की शिकायत सुनकर कार्रवाई करता है, तो वह इसका कर्तव्य है। पुलिसकर्मी ऐसा ना सोचे की वे पीड़ित पर कोई एहसान कर रहे हैं। DGP ने कहा कि अगर कार्रवाई के बाद कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, अगर किसी निर्दोष व्यक्ति को गलत तरीके से जेल भेजा गया है और यह सामने आता है, तो संबंधित पुलिसकर्मी पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।