रांचीः
श्री महावीर मंडल डोरण्डा केंद्रीय समिति के अध्यक्ष संजय पोद्दार ने घाघरा स्थित स्वर्ण रेखा नदी पर नगर निगम का ध्यान आकृष्ट करवाया है और कहा है कि स्वर्ण रेखा नदी की स्थिति नरकिये बनी हुई है। यहां हजारों की संख्या में छठ व्रती छठ करने आते हैं। इस स्थिती में छठ कैसे हो पाएगा इसी को लेकर आज महावीर मंडल डोरण्डा केंद्रीय समिति का एक प्रतिनिधि मंडल ने मेयर आशा लकड़ा एवं डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय से मुलाकात की है। स्वर्णरेखा घाट की स्थिति से अवगत कराया।
कोई सुध लेने वाला नहीं
समिती को लोगों का कहना है कि कोरोना काल में प्रशासन ने लाशों को तो जला लिया लेकिन उसके बाद कोई देखने नहीं गया चारों और लकड़ियां पड़ी है। पुराने पुल के अवशेष आज भी नदी के बीचो बीच पड़े हैं। यहां एक नए पूल के समय डाइवोर्स बनाए गए थे आज भी नदी की शोभा बनी हुई है। नदी के किनारे चारों तरफ जली हुई लकड़ी और अर्थी में उपयोग की चीजें बिखरे पड़े हैं ना कोई देखने वाला ना कोई सुनने वाला। नदी के जल की भी वही स्थिति है। यहां एक चापानल तक नहीं है कि लोगों को स्वच्छ पानी भी मिल सके। चारों और बदबू ही बदबू आती है।
घाट तक जाने का पहुंच पथ पर गड्ढा और कचड़ा भरा पड़ा है। इस घाट के सौंदर्य करण के लिए निगम को कई बार पत्राचार किया जा चुका है। परंतु आज तक इसका कोई परिणाम नहीं निकला। पाया स्वर्ण रेखा नदी में डोरण्डा हिनू 56 सेट कुसई नामकुम क्षेत्र के लाखों लोग छठ करने को आते हैं। आज मिलने वालों में महावीर मंडल के अध्यक्ष संजय पोद्दार मंत्री पप्पू वर्मा अंकित सिंह सनी वर्मा उपस्थित थे। समिति की तरफ से कहा गया है कि छठ के बाद मंडल का एक प्रतिनिधि यहां के जन प्रतिनिधि एवं नगर विकास एवं नगर निगम से मिलकर इसके सौंदर्यकरण करने की मांग करेगी। मंडल द्वारा स्वर्णरेखा बचाओ अभियान के तहत एक बृहत अभियान की शुरुआत की जाएगी