द फॉलेइप डेस्कः
देवघर जिला के खागा का रहने वाला तबरेज खान जामताड़ा चिरूणबांध स्थित अपने ससुराल घूमने आया था। जहां छापेमारी में जामताड़ा साइबर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। शुक्रवार को जामताड़ा साइबर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में इस बाबत खुलासा करते हुए साइबर डीएसपी अशोक कुमार राम ने पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अनिमेष नथानी को विभिन्न गांव में साइबर अपराधियों के सक्रियता को लेकर गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी। इसी आधार पर साइबर डीएसपी के नेतृत्व में टीम बनाकर विभिन्न गांव में छापामारी की गई जिसमें तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए।
क्या-क्या बरामद हुआ
साइबर इंस्पेक्टर जयंत तिर्की सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने कर्माटांड़ थाना क्षेत्र के शेखपुरा और अमराटांड़ गांव में छापामारी किया। इस छापामारी में मानिकपुरा गांव से मुकेश मंडल को, अमराटांड़ गांव से इश्तियाक अंसारी और तबरेज खान को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन सभी गिरफ्तार अपराधियों के विरुद्ध जामताड़ा साइबर थाना में मुकदमा दर्ज कर इन्हें जेल भेज दिया गया है। साइबर डीएसपी ने बताया कि अपराधियों के पास से आठ मोबाइल फोन, 10 फर्जी सिम कार्ड, एक एटीएम कार्ड और दो बाइक जप्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधी बिजली बिल जमा नहीं करने वालों को बिजली काटने की धमकी देकर और खुद को बिजली विभाग का अफसर बात कर लोगों से ठगी किया करते थे। इसके अलावा क्रेडिट, कार्ड डेबिट कार्ड बंद होने की जानकारी देकर और उन्हें चालू करवाने का प्रलोभन देकर विभिन्न शेयरिंग एप के जरिए उनका बैंक डिटेल प्राप्त कर ठगी किया करते थे।
असम और बिहार से भी कनेक्शन
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों का कार्य क्षेत्र मुख्यत बिहार और असम पाया गया है। पुलिस इन के आगे पीछे की जानकारी जुटाने में लगी हुई है। साइबर डीएसपी ने बताया कि बिहार और असम पुलिस से भी संपर्क कर इनका पूरा ब्योरा भेजा गया है ताकि उनके बाबत विस्तार से जानकारी प्राप्त हो सके। गिरफ्तार अपराधियों में मुकेश मंडल के खिलाफ 2021 में जामताड़ा साइबर थाना में पूर्व से ही मामला दर्ज है। इस छापामारी दल में हवलदार पंकज यादव, आरक्षी अभय कुमार मिश्रा, विष्णु माझी, सुनील हांसदा, रविंद्र ठाकुर सहित अन्य पुलिसकर्मी सम्मिलित थे।