रांची
आज रांची के सदर अस्पताल में कोविड संक्रमण की आशंका को लेकर आपातकालीन बैठक में मंत्री इरफान अंसारी ने भाग लिया, जिसमें सभी जिलों के स्वास्थ्य पदाधिकारियों, डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ गहन मंथन किया गया। देश में कोविड-19 के मामलों में फिर से वृद्धि और नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 एवं LF.7 की पहचान के मद्देनज़र यह बैठक बुलाई गई थी। अंसारी ने कहा, राज्य में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। किसी भी प्रकार की घबराहट की आवश्यकता नहीं है। मैं स्वयं स्थिति की सतत निगरानी कर रहा हूं। स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है और सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।
उन्होंने आगे कहा, बेंगलुरु में कोविड से एक वरिष्ठ नागरिक की मृत्यु की पुष्टि होते ही झारखंड में त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए कि सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कोविड जांच केंद्र तुरंत स्थापित की जायें। पॉजिटिव पाए जाने पर तत्काल अस्पताल में भर्ती कर समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए।
झारखंड के रांची में भी एक कोविड मामला सामने आया है जिसमें मरीज की उम्र अधिक है और पहले से स्वास्थ्य समस्याएं मौजूद हैं। यह संक्रमण विशेष रूप से उम्रदराज और सांस संबंधी दिक्कतों से जूझ रहे लोगों को प्रभावित कर रहा है, इसलिए सावधानी आवश्यक है। मंत्री ने कहा, राज्य के सभी सिविल सर्जनों को सतर्क और तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य के बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट्स को तत्काल चालू किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी प्रकार की आपात स्थिति का सामना न करना पड़े।
डॉक्टरों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं और सभी स्वास्थ्यकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही नर्सिंग स्टाफ को उनके सेवा भाव के लिए विशेष धन्यवाद दिया और आश्वासन दिया कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों और नर्सों को सरकार सम्मानित करेगी। अंसारी ने कहा, एक डॉक्टर होने के नाते मेरी आप सभी से अपील है—सतर्क रहें, मास्क पहनें, भीड़-भाड़ से बचें, विटामिन्स और पौष्टिक आहार लें ताकि आपकी इम्युनिटी मजबूत रहे। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।
राज्य सरकार केंद्र सरकार की नई गाइडलाइंस का इंतजार कर रही है, और जैसे ही निर्देश मिलेंगे, त्वरित कदम उठाए जाएंगे। हालांकि फिलहाल कोई औपचारिक एडवाइजरी जारी नहीं की गई है, लेकिन नागरिकों को सजग रहने और अफवाहों से दूर रहने की सख्त सलाह दी गई है। मंत्री ने कहा, यह समय घबराने का नहीं, बल्कि एकजुट होकर जागरूकता और अनुशासन दिखाने का है। झारखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग हर परिस्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जब स्वास्थ्य मंत्री खुद एक डॉक्टर हो, तो निश्चिंत रहें—सरकार आपकी सेहत को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।