रांचीः
रिम्स में कार्यरत डॉक्टर हिदायतुल्लाह के साथ रविवार को एक अजीबोगरीब घटना घटी। वह अपनी गाड़ी से रांची से हजारीबाग जा रहे थे। इसी बीच मांडू थाना के गेट के ठीक सामने nh-33 फोरलेन पर पुलिस ने उनके वाहन को रोका। इस दौरान पुलिस ने डॉक्टर हिदायतुल्ला की कार को चारों तरफ से घेर लिया और उन पर बंदूक तान दी और उनको कहा हिलोगे तो गोली मार देंगे। डॉक्टर के साथ उनके सहयोगी भी थे पुलिस ने उसे कार से खींच कर बाहर निकाल दिया। डॉक्टर और सहयोगी के साथ अभद्र व्यवहार भी किया। लेकिन बाद में जब पुलिस को पता चला कि वह नक्सली नहीं बल्कि डॉक्टर है तो उनसे माफी मांगी और उनको छोड़ दिया।
डीएसपी ने दी थी सूचना
इस बात की शिकायत डॉक्टर ने रामगढ़ एसपी से की है। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की है। डॉक्टर का कहना है कि उन्होंने अपना परिचय दिया उसके बाद भी पुलिसकर्मी उनके साथ अभद्र व्यवहार करते रहे। करीब 15 मिनट बाद मांडू इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता ने वरीय पुलिस पदाधिकारी से संपर्क किया। जब उन्हें सच्चाई मालूम हुई तब मुझे छोड़ा गया। दरअसल पुलिस को कोतवाली रांची के डीएसपी ने सूचना दी थी कि एक सफेद स्विफ्ट कार में कुछ नक्सली रांची से हजारीबाग जा रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने डॉक्टर को वहां रोक दिया और उनके साथ अभद्र व्यवहार करने लगे।
रिम्स में हैं कार्यरत
डॉक्टर हिदायतुल्लाह मांडू सीएचसी में प्रभारी के रूप में कार्यरत थे अभी वे रिम्स में एमडी अंतिम वर्ष की पढ़ाई करने के साथ-साथ चिकित्सक के रूप में सेवा दे रहे हैं