रांची
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा कांग्रेस पर लगाए आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी के खुद का दामन कालिख से भरा हुआ है और वह कांग्रेस पर आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी में उम्मीदवार बनने के तीन योग्यताएं हैं- सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी होना, दूसरे दल का होना, बड़े नेताओं का रिश्तेदार होना। भ्रष्टाचारियों की पूरी फौज बीजेपी ने झारखंड में उतार रखी है। पूरे देश में उम्मीदवारों का सर्वे उठाकर देखा जाए तो बीजेपी भ्रष्टाचारियों को उम्मीदवार बनाने में अव्वल है।
सोनाल ने आगे कहा, आज बीजेपी के झारखंड सहित देश में सांसद और विधायकों की संख्या 60% ऐसे नेताओं की है जो दूसरे दलों से आए हुए हैं। झारखंड बीजेपी की पूरी टीम दूसरे दलों की आयातित नेताओं की है। खुद बीजेपी के प्रदेश प्रमुख मरांडी इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।
बड़े नेताओं के नजदीकी रिश्तेदारों की उम्मीदवारी के मामले में बीजेपी पहले नंबर पर है। परिवारवाद का जीता जागता उदाहरण झारखंड बीजेपी है। पूर्णिमा दास साहू, गीता कोड़ा, मीरा मुंडा, रोशन चौधरी, चंपाई सोरेन, बाबूलाल सोरेन, भानु प्रताप शाही, पुष्पा देवी जैसे लोग इस चुनाव में उम्मीदवार के रूप में सामने हैं जो परिवारवाद का नमूना हैं।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले अपने घर के आंगन को नहीं देखा। यहां उनके नेता कार्यकर्ता हताश निराश खड़े हैं। आयातित नेताओं की चापलूसी करने को मजबूर हैं। बीजेपी के दरवाजे अपने कार्यकर्ताओं के लिए बंद और दूसरे दलों के नेताओं के लिए खुले हैं। अभद्रता और अपशब्दों का प्रयोग बीजेपी नेताओं का गहना है जिसकी दीक्षा उन्होंने अपने गुरुदेव नरेंद्र मोदी से ली है। उन्होंने हिमंता बिस्वा को सलाह देते हुए कहा कि बिना विचारे कांग्रेस को आईना दिखाने से पहले अपने चेहरे को जरूर देख लें। ताकि जनता के सामने आपका काला चरित्र उजागर ना हो जाए।