द फॉलोअप डेस्क, रांची:
झारखंड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य और प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) से सभी के अधिकारों का हनन होगा और इसे किसी भी हाल में लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि देश कि संस्कृति और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। बंधु तिर्की ने कहा कि अबकी बार का लोकसभा चुनाव अपने खेत-खलिहान, जंगल-जमीन, संविधान और प्रकृति-संस्कृति को बचाने वाला चुनाव है। उन्होंने कहा कि अभी थोड़ी-सी भी लापरवाही घातक हो सकती है और यह लड़ाई केवल सुखदेव भगत या कांग्रेस पार्टी की नहीं बल्कि अपने देश को बचाने के लिये लड़ा जा रहा है।
संविधान के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण का चुनाव
आज बेड़ो के महादानी मैदान में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बंधु तिर्की ने कहा कि लोकसभा का चुनाव आम आदमी की अपनी संविधान के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ ही अपनी संस्कृति, आपसी एकजुटता और सद्भाव को बचाने की भी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, केवल और केवल मुद्दों पर आगे बढ़ते हुए 30 लाख खाली सरकारी पदों को भरने के अलावा, महालक्ष्मी योजना में प्रत्येक परिवार की महिला को एक लाख रुपये प्रति वर्ष देने, प्रत्येक युवा को अप्रेंटिसशिप के साथ ही 1 लाख रुपये प्रति वर्ष देने, स्वास्थ्य बीमा की राशि को बढ़ाकर 25 लाख रुपये तक का इलाज फ्री में करवाने के मुद्दे के साथ लड़ रही है। बीजेपी धार्मिक उन्माद भड़काकर और हिंदू-मुस्लिम का अपना पुराना तराना छेड़कर चुनाव जीतना चाहती है लेकिन, झारखंड के साथ ही देश के लोग भी उसकी मंशा को कभी भी सफल नहीं होने देंगे।
आदिवासी हितों के लिए मोदी सरकार को हटाना होगा
बंधु तिर्की ने कहा कि मोदी सरकार को हटाना बहुत जरूरी है और लोगों को यह बताने की जरूरत है कि वन संरक्षण, भूमि अधिग्रहण, पेसा कानून, पांचवी अनुसूची, सूचना का अधिकार जैसे लोगों के अधिकारों से जुड़े प्रत्येक कानून को बनाने का श्रेय कांग्रेस पार्टी को ही जाता है. लेकिन भाजपा सरकार वन संरक्षण, वन अधिकार कानून, भूमि अधिग्रहण कानून जैसे कानूनों को कमजोर कर आदिवासियों के हित के साथ खिलवाड़ कर रही है।
पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के इशारे पर हो रहा है काम
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि पहले यह सरकार केवल भाजपा और आरएसएस की थी लेकिन अब यह केवल दो लोगों की मर्जी से पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के इशारे पर काम कर रही है और इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कारण विशेष रूप से आदिवासियों, दलितों, हरिजन, अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक को आदि को बहुत अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोई भी खुशहाल नहीं है क्योंकि महंगाई और बेरोजगारी का दंश सभी को झेलना पड़ रहा है। बाबूलाल मरांडी की कड़ी आलोचना करते हुए बंधु तिर्की ने कहा कि अखबारों में छपे उनके बयान जिसमें उन्होंने हेमंत की करनी के कारण उन्हें जेल होने की बात कही है तो फिर उन्हें किस बात की सजा भुगतनी पड़ रही है जिसके कारण उनकी विधानसभा सदस्यता चली गयी?उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी न किसी बहाने आदिवासियों और मूलवासियों के अधिकारों को छीन कर उन्हें जेल में डालना चाहती है।