द फॉलोअप डेस्क:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोहरदगा में आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्ववर्ती सरकार पर गरीबों का राशन कार्ड गायब कर देने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमने आपकी योजना-आपके अधिकार, सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का पहला चरण शुरू किया तो राशन कार्ड को लेकर सर्वाधिक आवेदन आए। आंकड़ों का विश्लेषण किया तो पता चला है कि 11 लाख लाल राशन कार्ड खत्म कर दिया गया है। सीएम हेमंत ने कहा कि एक ऐसे राज्य में जहां की बड़ी आबादी गरीबी रेखा से नीचे निवास कर रही थी, वहां राशन कार्ड से नाम हट जाना दुखद था। हमने इसका समाधान किया।
रघुवर सरकार में भूख से मर गए लोग!
लोहरदगा में सीएम हेमंत ने कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में वर्ष 2019 से पहले गुमला, लोहरदगा, लातेहार और चतरा जैसे जिलों में कई लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर भूख-भूख कहते हुए मर गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जब आज हम पर विफलता का आरोप लगाती है तो उन्हें आंकड़ा भी देखना चाहिए। सीएम हेमंत ने कहा कि हमने 20 लाख हरा राशन कार्ड बनाकर गरीबों में वितरित किया। हमारी सरकार ने कोरोना काल में भी किसी व्यक्ति को भूख से नहीं मरने दिया।
हमने गरीबों को रोटी-कपड़ा और मकान दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी आम आदमी की तीन बुनिदायी जरूरते हैं होती है। रोटी, कपड़ा और मकान। हमने गरीबों को 20 लाख हरा राशन कार्ड बनाकर दिया। जनवितरण प्रणाली केंद्र में अब चावल के साथ 1 किलो दाल भी दिया जाएगा। लोग माड़ भात नहीं अब दाल भात खाएंगे। केंद्र द्वारा पीएम आवास योजना संचालित की जाती है। दावा तो था कि 2022 तक सभी गरीबों को पक्का मकान दिया जाएगा लेकिन झारखंड के 8 लाख गरीब इससे वंचित रह गए। मैंने और विभागीय मंत्री ने कई बार दिल्ली जाकर गुहार लगाई कि उनको मकान दिया जाए लेकिन केंद्र ने ध्यान नहीं दिया। ऐसे में हाल ही में हमने 3 कमरों का पक्का मकान देने के लिए अबुआ आवास योजना को मंजूरी दी है। यह पीएम आवास से भी बेहतर मकान होगा।
मुख्यमंत्री ने जनसभा में लोगों से पूछे सवाल
सीएम हेमंत ने कहा कि गरीबों को तन ढंकने के लिए पर्याप्त कपड़ा मिले। इसलिए, हमारी सरकार ने सोना सोबरन धोती-साड़ी-लुंगी योजना शुरू की। गरीबों को साल में 2 बार धोती, साड़ी और लुंगी दी जाती है। मुख्यमंत्री ने जनसभा में लोगों से पूछा भी कि उनको योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं।