द फॉलोअप डेस्क, पूर्वी सिंहभूम:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पोटका में 348.10 करोड़ रुपये की 452 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने 2.26 लाख लाभुकों के बीच 204.11 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति बांटी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सरकारें वातानुकूलित दफ्तरों से चला करती थे लेकिन अब हम जनता तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार न केवल आपकी समस्याएं सुनती है बल्कि उनका समाधान भी करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 2 दशक तक जनता और अधिकारियों के बीच जो दूरी थी उसे हमने पाटने का काम किया है। पहले हफ्तों तक सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाना पड़ता था लेकिन अब ऐसा नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM पोटका में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल हुए। पूर्वी सिंहभूम के 231 पंचायत में तय समय पर अभियान के तहत शिविर का आयोजन कर लोगों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।@SarkarApkeDwar@DCEastSinghbhum pic.twitter.com/Qtth4RlnM8
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) December 7, 2023
सरकार आपके द्वार शिविर में उत्सव जैसा माहौल
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लगने वाली शिविरों में उत्सव जैसा माहौल है। लोग शिविर में लगे स्टॉल तक पहुंचकर योजनाओं की जानकारी ले रहे हैं। आवेदन कर रहे हैं। मौजूदा सरकार को गरीब, जरुरतमंद, आदिवासी, दलित और पिछड़ों के प्रति जवाबदेह बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी तो राज्य मजबूत होगा। गांव से ही विकास का रास्ता खुलेगा।
रोटी, कपड़ा और मकान है प्राथमिक जरूरत
सीएम हेमंत ने कहा कि झारखंड में बहुसंख्य आबादी की प्राथमिक जरूरत रोटी, कपड़ा और मकान है। हमने 20 लाख हरा राशन कार्ड बनाकर दिया ताकि कोई भूखा न रहे। धोती-साड़ी-लुंगी योजना के माध्यम से गरीबों का तन ढंका और 3 लाख रुपये के बजट वाला अबुआ आवास बनाकर देने वाले हैं। सामाजिक सुरक्षा की खातिर हमने सर्वजन पेंशन योजना शुरू की जिसमें बुजुर्ग, दिव्यांग और हर आयु वर्ग की विधवा महिलाओं को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। यह राशि सीधे काते में भेजी जाती है।
झारखंड के पिछड़ेपन के लिए पूर्ववर्ती सरकारें दोषी
पूर्ववर्ती सरकारों को झारखंड के पिछड़ेपन के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खनिज संसाधनों से परिपूर्ण होने के बावजूद झारखंड का विकास नहीं हुआ। पूर्ववर्ती सरकारों ने झारखंड के आम जनमानस की चिंता नहीं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को नौकरी देने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। निजी क्षेत्र में 60 हजार युवाओं को रोजगार मिला। सरकारी विभागों में विभिन्न पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही और वेकैंसी आएगी। सीएम हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि यदि युवा अपना व्यवसाय करना चाहते हैं तो सरकार पूंजी देगी।
मुख्यमंत्री ने सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अब गरीब परिवारों की बेटियां शिक्षा से वंचित नहीं रहेगी। प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए सरकार आर्थिक सहायता दे रही है। उच्च शिक्षा के लिए गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना है।