रांची:
झारखंड के विभिन्न प्रखंडों में प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित प्रखंड कार्यालय में कार्यरत कर्मियों के लिए अलार्मिंग खबर है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कभी भी उनके प्रखंड कार्यालय का औचक निरीक्षण कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्सर लोग यह शिकायत लेकर आते हैं कि बीडीओ ऑफिस में उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। यह ठीक बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सुधर जाइये।
फरियादियों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें शिकायत मिली है कि बीडीओ कार्यालय में उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। किसान अपनी समस्या लेकर बीडीओ ऑफिस में जाते हैं और उनको नियम-कानून का हवाला देकर टाल दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीर मामला बताते हुए सुधार लाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि ईमानदारी से काम कीजिए नहीं तो अच्छा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने साथ ही यह ऐलान भी कर दिया कि हम जल्द ही आपके कार्यालय आने वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने आचरण में सुधार लाने को कहा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि फरियादियों को परेशान करना। किसानों को टाल-मटोल करना अच्छा आचरण नहीं है। इसमें सुधार की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि अधिकारियों को यह गलतफहमी है कि सारा काम प्रोजेक्ट बिल्डिंग से चलता है तो वह गलत हैं। उन्होंने कहा कि मैं बहुत जल्द प्रोजेक्ट बिल्डिंग से निकलकर दफ्तरों में आऊंगा। दोषी पाए गए तो बख्शे नहीं जाएंगे।
देवघर में सिकटिया सिंचाई परियोजना का शिलान्यास
गौरतलब है कि सोमवार को मुख्यमंत्री ने देवघर के सारठ प्रखंड में सिकटिया मेगालिफ्ट सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इससे 3 विधानसभा क्षेत्रों के 1 लाख किसानों को लाभ होगा। यहीं मुख्यमंत्री ने किसानों की शिकायत पर प्रखंड विकास पदाधिकारियों की कार्यशैली को लेकर तल्ख टिप्पणी की और इसमें सुधार लाने का निर्देश दिया।