रांची:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर मोरहाबादी मैदान में आयोजित राजकीय कार्यक्रम में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। प्रदेश में ग्रामीण सड़क और आवास योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में डबल इंजन की सरकार नहीं है वहां केंद्र सरकार के स्पष्ट सौतेलापन दिखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के बाद ग्रामीण सड़कों की स्थिति क्या रही है वह किसी से छिपा नहीं है। सीएम ने आरोप लगाया कि केंद्र ने प्रदेश के 8.5 लाख जरूरतमंदों को आवास की स्वीकृति नहीं दी। बता दें कि मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भी मंच पर मौजूद थे। इससे पहले खूंटी में भी सीएम ने केंद्र पर राज्य को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था।
राज्य को नहीं मिल रहा केंद्र का अपेक्षित सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण सड़कों की हालत सुधारने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन केंद्र का अपेक्षित सहयोग नहीं मिलता। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के 8.5 लाख परिवारों को पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला। ऐसे में उन्हें पक्का मकान उपलब्ध कराने के लिए हमारी सरकार ने अबुआ आवास योजना लॉन्च की है। इस योजना के तहत गरीबों को 3 कमरों का आवास उपलब्ध कराया जाएगा। बता दें कि मुख्यमंत्री ने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अबुआ आवास योजना का ऐलान किया था।
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में लेंगे आवेदन
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आगामी कुछ दिनों में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत अबुआ आवास योजना के लाभुकों से आवेदन लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भूमिहीन आदिवासियों को वन पट्टा का अधिकार दिलाने के लिए अबुआ बीर दिशोम अभियान लॉन्च किया गया है। इसके लाभुकों का आवेदन भी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने डबल इंजन विचार पर बोला हमला
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जबकि मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया हो। इससे पहले भी कई सार्वजनिक सभाओं में मुख्यमंत्री केंद्र पर दोहरा रवैया अख्तियार करने का आरोप लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री जिस डबल इंजन शब्द के इस्तेमाल किया, वह प्रधानमंत्री सहित बीजेपी के तमाम नेताओं द्वारा उस राज्य के लिए इस्तेमाल किया जाता है जहां बीजेपी की सरकार है।