द फॉलोअप डेस्क
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को राज्यभर के 2500 युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र बांटा। इस दौरान सीएम ने टनल हादसा सहित अन्य आपदाओं से बचाकर वापस लाए गए श्रमिकों को भी ऑफर लेटर दिया। इस दौरान सीएम ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी, तब ठीक से हम मंत्रिमंडल का विस्तार भी नहीं कर पाए और कोरोना संक्रमण जैसी महामारी ने देश और दुनिया को अपनी चपेट में ले ली। ऐसी विपरीत स्थिति में भी हमारी सरकार ने एक बेहतर प्रबंधन का उदाहरण देते हुए बिना किसी अफरा-तफरी के राज्यवासियों और प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित रखने का काम कर दिखाया है।
75 फीसदी स्थानीय लोगों को अपने संस्थानों में नियुक्तियां दीं
सीएम ने कहा कि झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य बना, जिसने प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन के समय हवाई जहाज सहित विभिन्न माध्यमों से वापस घर लाने का कार्य कर दिखाया। राज्य सरकार और टेक्सटाइल इंडस्ट्री ने वादे के मुताबिक 75 फीसदी स्थानीय लोगों को अपने संस्थानों में नियुक्तियां दीं। राज्य सरकार के साथ टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लोगों ने भी कदम से कदम मिलाते हुए जरूरतमंद लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम किया है।
इन श्रमिकों को सीएम ने दिए नियुक्ति पत्र
श्रमिकों ने राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के माध्यम से राज्य में ही नौकरी दिलाने में मदद मांगी थी। उत्तरकाशी सुरंग से बचाया गया पूर्वी सिंहभूम निवासी गुंडार नायक और खूंटी निवासी बिल्कन होरो को ऑफर लेटर दिया गया। दुबई से बचाए गए हजारीबाग के मोहम्मद गुलजार अंसारी, केपीआर मिल तमिलनाडु से बचाया गए पलामू निवासी निर्मल कुमारी, सुनैना कुमारी, प्रतिमा कुमारी और गिरिडीह निवासी मोहम्मद आलम अंसारी को भी ऑफर लेटर दिया गया।
हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें : https://chat.whatsapp.com/FUOBMq3TVcGIFiAqwM4C9N\