logo

CM ने पलामू में 456.63 करोड़ की सिंचाई योजना का किया शिलान्यास, 96 गांवों को मिलेगा लाभ

champai_on_chair2.jpg

द फॉलोअप डेस्क

सीएम चंपाई सोरेन ने आज पलामू में 456.63 करोड़ की पाइप लाइन (सिंचाई योजना) का शिलान्यास किया। इस परियोजना से करीब 96 गांवों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा। इस योजना के लिए तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली कैबिनेट स्वीकृति दी थी।  इसके लिए पिछले चार सालों से लगातार काम चल रहा था। इसके तहत पलामू के 11 प्रमंडलों को सीधा लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत 13 जलाशयों को पानी से भरा जाना है। इसके लिए तीन सोन, कोयल और औरंगा नदी से पानी पाइपलाइल से पलामू लाया जाएगा। इस पानी को छतरपुर, सुखनदिया, करमाकला विश्रामपुर धनकाई और ताली बांध तालाब में रखा जाएगा। 

पलामू सुखाड़ की चपेट में नहीं आएगा

पलामू में जनता का संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि यह एक महवत्पूर्ण योजना है। इस योजना का मतलब है यहां के छोटे-बड़े किसान जो वर्षों से जो सुखाड़ के हालात झेल रहे हैं उनका समाधान। ऐसे बहुत सारा डैम है जिसमें पानी की कमी है। समय पर बारिश नहीं होती है। वर्षों से किसानों खेत खलिहान रहते हुए भी अपना अनाज को उपजाऊ नहीं कर सकते थे। आज जो हमने पाइपलाइन का सिंचाई का शिलान्यास किया यह भी हेमंत सोरेन की देन है। जब देश इतना प्रगति हुआ तो हम क्यों नहीं। यहां की नदियों का पानी हम पाइप से लाकर डैम में देंगे। ताकि किसान सालों भर खेत में पानी दे सकें। यहां बहुत सारे डैम हैं। जिसमें पानी कम रहने के कारण हमलोग सिंचाई नहीं कर पाते हैं। इसलिए हम यह व्यवस्था कर रहे हैं ताकि हम डैम में पानी भर सकें। ताकि पलामू का किसान सुखाड़ का सामना ना करना पड़े। 2 साल के अंदर में यह पूरा हो जाएगा। पलामू हरा भरा रहेगा। 

हम आदर्श झारखंड बनाएंगे

सीएम ने कहा कि 2027 तक कोई बिना घर के नहीं रहेंगे। 2 कमरा नहीं बल्कि 3 कमरा का घर देंगे। पूरे देश के लोग देखते हैं कि झारखंड में बहुत खनिज है। लेकिन झारखंड के आदिवासी उस संपदा से दूर हैं। उसका लाभ किन लोगों ने लिया। सब गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली का लोग लिया। यहां का आदिवासी मूलवासी जहां का तहां है। जब से हमारी सरकार बनी तब से इसको गिराने की साजिश चल रही थी। केंद्र में जो बैठा हुआ है वह केंद्र के लिए काम नहीं कता है। झूठ का पुलिंद बांधा बस। सबसे पहले झारखंड की सरकार बनी लेकिन यहां के आदिवासी मूलवासी के लिए एक भी योजना नहीं लाया गया। हेमंत बाबू ने ऐसा ऐसा योजना लाया कि भारत में झारखंड की गिनती अच्छे नंबर पर हो। हर गांव को हम स्मार्ट गांव बनाएंगे। हर गांव में हर समाज में गांव शहर के बीच की दूरी को हम मिटा देंगे। इसलिए मुख्यमंत्री गाड़ी ग्राम योजना हम लेकर आए हैं। ये सरकार आपकी सरकार है। गांव से शहर तक हम विकास करेंगे। हम आर्दश झारखंड का निर्माण करेंगे।