रांची:
झारखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत जनवरी माह की राशि का इंतजार जारी है। अगस्त 2024 में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक लाभुकों को पांच किस्तें दी जा चुकी हैं। अगस्त से नवंबर तक 1,000 रुपये प्रति माह दिए गए, जबकि दिसंबर 2024 से यह राशि बढ़ाकर 2,500 रुपये प्रति माह कर दी गई।
6 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नामकुम में आयोजित कार्यक्रम में 56,61,791 लाभुकों के खातों में 2,500 रुपये की पहली बढ़ी हुई किस्त जारी की थी। केवल दिसंबर माह में इस योजना के तहत 1,415 करोड़ 44 लाख 77 हजार 500 रुपये वितरित किए गए। हालांकि, जनवरी माह की किस्त अब तक जारी नहीं हो सकी है, जिससे लाभुकों के बीच असमंजस की स्थिति है।
क्या है देरी की वजह?
विभागीय नियमों के अनुसार, योजना की राशि हर माह की 15 तारीख तक लाभुकों के खातों में क्रेडिट हो जानी चाहिए। लेकिन इस बार प्रक्रिया में देरी हुई है।
सूत्रों के अनुसार, विलंब का मुख्य कारण प्रखंड स्तर पर आवेदन स्वीकृति और सत्यापन प्रक्रिया है। यह एक सतत प्रक्रिया है क्योंकि हर महीने नए लाभुक (18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले) योजना में जुड़ते हैं और 50 वर्ष की आयु पूरी करने वालों को सूची से हटाया जाता है। इस बार नए लाभुकों को जोड़ने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।
पोर्टल की तकनीकी समस्याएं
सूत्र बताते हैं कि योजना के पोर्टल में तकनीकी समस्याएं सामने आ रही हैं। पोर्टल बार-बार काम करना बंद कर देता है, जिससे आवेदन अद्यतन करने में परेशानी हो रही है। इस कारण लाभुकों को लगता है कि उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है, जबकि विभाग ने मार्च तक की राशि पहले ही आवंटित कर दी है।
कैसे जारी होती है योजना की किस्त?
योजना की राशि जिला स्तर पर नोडल बैंकों के जरिए जारी की जाती है। प्रखंड स्तर पर सत्यापन के बाद लाभुकों की सूची को अपडेट किया जाता है। दिसंबर 2024 तक 56 लाख 61 हजार 791 लाभुक योजना से जुड़े थे। जनवरी में 10 लाख से अधिक नए आवेदन आए, जिनमें से डेढ़ लाख का सत्यापन पूरा हो चुका है। इस तरह अब लाभुकों की संख्या 58 लाख से अधिक हो चुकी है, जो और बढ़ने की संभावना है। हालांकि, विभाग का कहना है कि प्रक्रिया पूरी होते ही राशि लाभुकों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।