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बड़ी खबर : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को कहा मुझे 16 को ही बुला लीजिए, ED ने किया इंकार

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रांचीः  
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को पत्र भेजकर कहा है कि मुझे 16 नवंबर को ही ईडी दफ्तर पूछताछ के लिए बुला लीजिए। लेकिन ईडी ने इंकार कर दिया है। ईडी ने सीएम से  कहा है कि आप 17 नवंबर को ही ईडी कार्यालय आइए। बता दें कि इससे पहले 1 नवंबर को समन जारी कर 3 नवंबर को मुख्यमंत्री को ईडी कार्यालय बुलाया गया था। लेकिन अपने व्यस्ततम रूटीन की वजह से सीएम ने  3 सप्ताह के समय की  मांग की थी। जिसे ईडी ने अस्वीकार करते हुए 17 नवंबर को ईडी कार्यालय पहुंचने का फरमान जारी किया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अपील को प्रवर्तन निदेशालय ने खारिज कर दिया है।  सीएम ने ईडी को पत्र लिखकर अपील की थी। ईडी ने सीएम को दूसरा समन 9 नवंबर को किया था। 

 

भाजपा की प्रतिक्रिया
इधर भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इस बात पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि जब भी राष्ट्रीय एजेंसियों के इन्वेस्टिगेशन का समय नजदीक आता है मुख्यमंत्री अपनी डायवर्जन टेक्टिस की श्रृंखला शुरू कर देते हैं। इलेक्शन कमीशन से उन्होंने बार-बार समय की मांग की थी और जब राज्यपाल ने अपना ओपिनियन इलेक्शन कमीशन को भेजा तो वह समय से पहले ही उसके कॉपी की मांग करने लगे। पहली बार जब उन्हें बुलाया गया तो वह ईडी के सामने हाजिर नहीं हुए और दूसरी बार में वह समय से पहले ही हाजिर होने की बात कर रहे हैं। यह और कुछ नहीं बल्कि एजेंसी को दिग्भ्रमित करने का उनका तरीका है। अगर उन्होंने गलती नहीं की है तो उन्हें एजेंसी के सामने हाजिर होकर अपना पक्ष रखना चाहिए। अगर उनकी गलती नहीं है दुनिया की कोई एजेंसी उन्हें सजा नहीं दे सकती लेकिन एजेंसी को सपोर्ट करने की बजाय वह पॉलीटिकल प्रेशर बना रहे हैं। 16 और 17 नवंबर को एवं कार्यकर्ताओं का महाजुटान होने वाला है या एक राजनीतिक दबाव है। जो सीएम हेमंत सोरेन ईडी पर बनाना चाह रहे हैं। मुख्यमंत्री बार-बार एजेंडा सेट कर रहे हैं जैसे कि उनके पास काफी कुछ छुपाने को है