द फॉलोअप डेस्कः
ED ने रांची के पूर्व डीसी और आईएएस अधिकारी छवि रंजन पर शिकंजा कसा है। जमीन घोटाला मामले में ईडी की टीम उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की है। छवि रंजन एक तेज तर्राज आईएएस माने जाते हैं। उन्हें कर्नाटक चुनाव में ऑब्जर्वर बनाया गया था। लेकिन कल जब उनके घर हुई ईडी की छापेमारी हुई तो उन्हें ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव कार्य से हटा दिया है। छवि रंजन वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं। छवि रंजन हमेशा चर्चा में रहते आए हैं। उन्होंने कोडरमा में डीसी रहते हुए सागवान के कीमती पेड़ों को कटवा दिया था। इस मामले में वह जमानत पर हैं। दूसरी ओर छवि रंजन पर रांची डीसी रहते हुए आर्म्स लाइसेंस देने के एवज में लाखों रुपए लेने का आरोप लगा है। यह आरोप लगाते हुए रांची के विधायक सीपी सिंह ने इनको विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारी कह दिया था। इधर, 10 जून 2022 को हुए रांची हिंसा के बाद भी छवि रंजन चर्चा में आ गये थे। उसके कुछ दिनों बाद ही उनको रांची डीसी के पद से हटा दिया गया था।
7 लोग गिरफ्तार
बता दें कि कल हुई छापेमारी के बाद आरोपियों से पूछताछ की गई। इसके बाद 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। आज उनको कोर्ट में पेश किया जाएगा। सभी अभियुक्तों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। गिरफ्तार अभियुक्त में एक सर्किल इंस्पेक्टर भी शामिल। ईडी ने बड़गाई सीआई भानू प्रताप प्रसाद, फर्जी कागजात तैयार करने वाले अफसर अली, सद्दाम, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, प्रदीप बागची, फैयाज खान को गिरफ्तार किया है। ईडी की छापेमारी के बाद यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। ईडी की छापेमारी ने कई बड़े जमीन घोटाले के संकेत दिए हैं। इस घोटाले में कई बड़े अफसर और कर्मचारी नपेंगे यह तय है। भानु प्रताप को जमीन घोटाले का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है।