रांची:
घर दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले संजीवनी बिल्डकॉन के खिलाफ सीबीआई ने एक और एफआईआर दर्ज किया है। रांची की ACB ने लोअर बाजार थाना में 2017 में दर्ज कांड को टेकओवर करते हुए यह FIR दर्ज किया है। धुर्वा के रहने वाले दिनेश कुमार ने 2017 में ही संजीवनी बिल्डकॉन और निदेशकों पर एफआईआऱ करवाया था। दिनेश कुमार का आरोप था कि संजीवनी बिल्डकॉन ने फर्जी कागजात के आधार पर किसी तीसरे व्यक्ति की जमीन को उनके नाम से बेच दिया था। बिल्डकॉन के अधिकारियों पर फर्जी कागजात के आधार पर 26.88 लाख की जमीन बेचने का मामला किया गया था।
घर बनाने पहुंचे तो पता चला किसी और की है जमीन
दिनेश कुमार तिवारी को यह बात तब पता चली, जब वे अपनी रजिस्टर्ड जमीन पर निर्माण करने पहुंचे तो कुछ लोगों ने इसका विरोध कर दिया। इसके बाद उन्होंने जमीन के दस्तावेज की जांच कराई तो पता चला कि उक्त जमीन खतियानी रैयत चामा मुंडा व अन्य के नाम पर पंजीकृत है। इसके बाद खुद को ठगा पाकर दिनेश कुमार तिवारी ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी। कोर्ट के आदेश पर ही रांची के लोअर बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। अब हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने प्राथमिकी दर्ज की है।
सालों से अंदर ग्राउंड हैं संचालक
करोड़ों की ठगी करने वाले जयंत दयाल नंदी का 2012 से ही कोई अता-पता नहीं है। उनकी पत्नी अनामिका नंदी, अनीता नंदी, निदेशक श्याम किशोर गुप्ता समेत अन्य के खिलाफ सीबीआई ने 32 एफआईआर दर्ज की थी। ईडी ने मनी लाउंड्रिंग के धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। सभी आरोपी जेल गए, लेकिन जयंत दयाल नंदी के बारे में अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है।