रांची:
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार किया। बाबूलाल मरांडी भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। प्रेसवार्ता में पार्टी के विधायक एवं मुख्य सचेतक विरंची नारायण, विधायक अनंत ओझा, जेपी पटेल, रणधीर सिंह, नीरा यादव, राज सिन्हा, मनीष जायसवाल, केदार हाजरा सहित पार्टी के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी भी उपस्थित थे।
सत्तापक्ष के विधायकों को भी नहीं मिला जवाब!
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार विपक्ष की नहीं सत्तापक्ष के विधायकों के सवाल का भी जवाब नहीं दे पा रही थी। सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी लगातार सरकार को कटघरे में खड़ा किया। जनता के सवालों से सरकार पूरी तरह डर गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक सदन में भ्रष्टाचार, अकाल सुखाड़, रोजगार, विधि व्यवस्था, दारोगा की हत्या, गो तस्करी, तुष्टीकरण, शिक्षा के इस्लामीकरण, उर्दू विद्यालय के नाम पर तुष्टिकरण, खनिज संसाधनों की लूट ,बालू की लूट जैसे सभी जनमुद्दों पर सरकार से जवाब चाहती थी लेकिन सरकार इन मुद्दों का सामना करने के बजाय भागती रही।
बीजेपी के 4 विधायकों का निलंबन असंवैधानिक!
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी कहा कि भाजपा के 4 विधायकों को असंवैधसनिक तरीके से निलंबित किया गया जबकि उसमें एक सदस्य सदन में उपस्थित भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि आज तो हद हो गई। विधानसभा अध्यक्ष ने पहले सदन को कुछ समय के लिए स्थगित किया और बाद में बिना कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाये मनमाने ढंग से अचानक सदन को एक दिन पूर्व ही अनिश्चित काल केलिय स्थगित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के संसदीय कार्यमंत्री को बताना चाहिये था कि अब सरकार के पास कोई बिज़नेस नहीं बचा जबकि सदन के कई विधायी कार्य अभी इस सत्रावधि के लिए पेंडिंग थे।
1 दिन पूर्व सत्र स्थगित करना लोकतंत्र में हास्यास्पद!
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस बात का हवाला देकर अध्यक्ष ने सत्र स्थगित किया वह भी लोकतांत्रिक प्रणाली में हास्यास्पद है। इसके पूर्व भी जनता के सवालों पर सदन में हंगामा होता रहा है। विपक्ष का फर्ज है जनसमस्याओं को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा करना। परंतु आज जिसतरह अलोकतांत्रिक तरीके से सदन को स्थगित किया गया उससे स्पष्ट है कि सरकार निरुत्तर ही नहीं, भयभीत भी है।
कहा कि मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि जेल में हैं, प्रेस सलाहकार ईडी के दफ्तर में हैं। इसके पूर्व भ्रष्टाचार के मामले में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जेल में बंद है मुख्यमंत्री मुंह नहीं खोल रहे। भ्रष्टाचार की पूरी कहानी में सब कुछ साफ-साफ है इसलिये मुख्यमंत्री जवाब देने से भाग रहे।