रांचीः
27 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बूढ़ा पहाड़ पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री सहित वहां जितने भी अधिकारी थे सभी को हरा गमछा पहनाकर सम्मानित किया गया था। हरे गमछे को अधिकारियों की तरफ से स्वीकार कर लेने पर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई है। भारतीय जनता पार्टी ने इसे झामुमो का गमछा बताया है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा है कि यह एक सरकारी कार्यक्रम था, झामुमो कार्यक्रम नहीं था जो हरा गमछा ओढ़ा दिया गया। जिस तरह से मुख्य सचिव व दूसरे अधिकारियों ने हरे रंग का गमछा ओढ़ा है वह ठीक नहीं है।
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सीएम के लोकप्रियता से परेशान भाजपा
भाजपा के इस विरोध को झामुमो ने बेवजह बताया है। झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि पहली बार कोई मुख्यमंत्री बूढ़ा पहाड़ पर पहुंचा है और विकास योजनाओं का शुभारंभ किया है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी परेशान हो रही है। इसलिए बेवजह के मुद्दे को हवा देकर विवाद पैदा करना चाहती है। अब वहां विकास की उम्मीद की रोशनी नजर आ रही है इसलिए भारतीय जनता पार्टी को उसमें भी पॉलिटिक्स दिख रहा है। हरा पट्टा झारखंड की संस्कृति का परिचायक है और राज्य के अधिकारी भी झारखंड के ही हैं। इसलिए हरे गमछे पर राजनीति ठीक नहीं है। दरअसल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है इसलिए भाजपा के लोग व्याकुल और परेशान है। इसलिए बेचैन होकर कुछ भी बयानबाजी कर रहे हैं।
चश्मा बदले भाजपा
इधर कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी इसे बेकार की बयानबाजी कहा है। उन्होंने कहा कि लगता है भाजपा के नेताओं ने उत्तर प्रदेश तथा अन्य राज्यों का समाचार नहीं देखा है जहां भाजपा अपने शासन में अधिकारियों का पूरा राजनीतिकरण करती है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों का हरा रंग का गमछा और साफा पहनाना कोई आपत्तिजनक बात नहीं है क्योंकि हरा रंग प्रकृति का रंग है। भाजपा को अपना चश्मा बदलना चाहिए अगर चश्मा बदल देंगे तो हरा रंग किसानों का रंग दिखेगा।