धनबाद:
निरसा में बैंक कर्मी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक उत्पल चटर्जी एसबीआई (चिरकुंडा शाखा) में बतौर आउटसोर्सिंग कर्मी कार्यरत था। बैंक कर्मी ने बैंक के स्टोर रूम में ही फांसी लगा ली। कहा जा रहा है कि बैंक में कामकाज जारी था। इसी दरम्यान उत्पल चटर्जी स्टोर रूम में गए और फांसी लगा ली। सहकर्मियों ने आनन-फानन में उनको हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पत्नी ने क्या बताया
मृतक उत्पल चटर्जी की पत्नी सुजाता चटर्जी ने बताया कि उनके पति अत्यधिक शराब पीते थे। मंगलवार को वे रोज की तरह बैंक गये। पत्नी ने किसी प्रकार के घरेलु या बाहरी विवाद से इंकार किया है। बैंक ने सूचित किया कि उनके पति ने फांसी लगा ली। हॉस्पिटल पहुंची तो बताया गया कि उनकी मौत हो चुकी है। शाखा मैनेजर राजीव रंजन का कहना है कि उत्पल काफी होनहार कर्मी थे। हालांकि, इनका भी कहना है कि उत्पल को शराब की बुरी लत थी। उन्होंने आत्महत्या क्यों की, फिलहाल ये स्पष्ट नहीं है।
आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं है
चिरकुंडा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि बैंक मैनेजर ने सूचना दी कि उनके आउटसोर्सिंग कर्मी उत्पल चटर्जी ने बैंक परिसर में फांसी लगा ली है एवं उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल पहुंचा और डॉक्टर से बात हुई। उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। प्रतीत होता है कि उन्होंने आत्महत्या की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि मृतक की 2 पुत्री है और वह चिरकुंडा थाना क्षेत्र के बाबू डंगाल का निवासी है। पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है।