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बैंक ऑफ़ इंडिया ने अपनी सभी शाखाओं में आरंभ किया महिला सम्‍मान बचत प्रमाण पत्र

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द फॉलोअप डेस्क
भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक है बैंक ऑफ़ इंडिया ने आज अपनी सभी शाखाओं में  महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र, 2023 आरंभ किया। यह शुभारंभ बैंक के एमडी एवं सीईओ रजनीश कर्नाटक के कर कमलों से वीसी के माध्‍यम से किया गया। उद्घाटन सत्र में सभी राष्ट्रीय बैंकिंग समूह कार्यालयों और आंचलिक कार्यालयों ने भाग लिया। इस दौरान रजनीश कर्नाटक ने सूचित किया कि बैंक ऑफ इंडिया इस योजना को अपनी सभी शाखाओं में संचालित करने वाला पहला बैंक है। बैंक ऑफ इंडिया की सभी शाखाएं महिला सम्‍मान बचत प्रमाण पत्र, 2023 के तहत खाते खोलने हेतु प्राधिकृत हैं।


अधिकतम 2 लाख रुपए तक की राशि जमा की जा सकती 
इस महत्‍वपूर्ण योजना की घोषणा वित्‍त मंत्री निरमला सीतारामन ने 1 फरवरी, 2023 को वित्‍तीय वर्ष 2023-2024 के अपने बजट-भाषण में की थी।  इस योजना में, कोई एकल लड़की या महिला अथवा किसी नाबालिग लड़की की ओर से अभिभावक “महिला सम्‍मान बचत प्रमाण पत्र” खोल सकते हैं। इसमें न्‍यूनतम निवेश 1000 रुपए है और खाते में रु. 100 रुपए के गुणकों में अधिकतम रु. 200000 रुपए तक की राशि जमा की जा सकती है।  कोई एकल व्‍यक्ति कितने भी खाते खोल सकता है।  इसमें शर्ते रखा गया है कि निवेश की गई कुल राशि 200000 रुपए की अधिकतम सीमा के अंतर्गत हो और दो खाते खोलने के बीच कम से कम तीन महीनों का अंतराल हो। 


7.5% प्रति वर्ष की दर से मिलेगा ब्‍याज 
इस योजना के तहत जमाराशियों पर 7.5% प्रति वर्ष की दर से ब्‍याज मिलेगा। ब्‍याज का परिकलन तिमाही आधार पर चक्रवृद्धि आधार पर किया जाएगा। उसे खाते में जमा किया जाएगा। महिला सम्‍मान बचत प्रमाण पत्र के तहत सभी आय, वर्तमान आयकर प्रावधानों के अनुरूप, कर-योग्‍य होंगी, तथापि इस योजना के तहत टीडीएस की कटौती नहीं की जाएगी।   खाता खोलने की तारीख से दो वर्ष पूरे होने पर खाता परिपक्व हो जाएगा। इस योजना के अंतर्गत  31/03/2025 तक खाते खोले जा सकते हैं। योजना में नामांकन (नॉमिनेशन) की सुविधा भी उपलब्ध है। खाताधारक की मृत्यु की स्थिति में खाता परिपक्वता से पहले बंद किया जा सकता है। खाताधारक की जीवन-घातक बीमारियों में चिकित्सा सहायता या अभिभावक की मृत्यु जैसी अत्यधिक अनुकंपा की स्थिति के आधार पर, जब खाते के संचालन या जारी रखने से खाताधारक को अनुचित कठिनाई हो रही हो तो इस खाते को परिपक्‍वतापूर्व बंद किया जा सकता है।


 खाता समय से पहले भी बंद कराने का क्या है प्रावधान
जब कोई खाता उपर्युक्‍त शर्तों के अंतर्गत समय से पहले बंद कर दिया जाता है, तो मूल राशि पर ब्याज, धारित अवधि के लिए इस योजना पर लागू दर पर अर्थात् 7.5% की दर पर देय होगा। खाता खोलने की तारीख से छह महीने पूरे होने के बाद, किसी अन्य आपात स्थिति में या ग्राहक की इच्छा पर, 5.5% अर्थात् 2% के जुर्माने के साथ यह खाता समय से पहले भी बंद किया जा सकता है। खाता खोलने की तारीख से 1 वर्ष की समाप्ति के बाद पात्र शेष राशि का 40% तक निकालकर खाताधारक द्वारा आंशिक निकासी सुविधा का भी लाभ उठाया जा सकता है। अब तक केवल डाकघर ही महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र के अंतर्गत खाता खोलने के लिए प्राधिकृत थे, लेकिन सरकार ने 27-06-2023 की गजट अधिसूचना के माध्यम से अनुसूचित बैंकों को एमएसएससी खोलने की अनुमति दी थी और बैंक ऑफ इंडिया इस योजना को शुरू करने वाला पहला बैंक है।