द फॉलोअप डेस्कः
मणिपुर हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है। पत्र के जरिए उन्होंने मणिपुर में शांति स्थापित करने की दिशा में राष्ट्रपति को कदम उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने सद्भाव व आपसी भाईचारे के लिए मिलजुल काम करने की बात कही है। इस पत्र को लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया है। सीएम के ट्वीट पर झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी बरस पड़े हैं। उन्होंने भी घंटे भर के अंदर ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्वीट पर पलटवार कर कहा है कि "बहुत सुंदर मुख्यमंत्री जी। थोड़ा और साहस दिखाइए। अब अपने पापों की पोटली भी खोलिए। आपकी निगरानी में झारखंड में जो महालूट हुई उसकी जांच सीबीआई से कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे? संथाल परगना में घुसपैठियों ने कब्जा कर लिया है, इस संबंध में जांच हेतु केंद्र सरकार को कहेंगे? झारखंड कट्टरपंथी तत्वों का सबसे सुरक्षित जगह बन गया है, केंद्रीय जांच एजेंसियों को पत्र लिखकर पड़ताल करने हो कहेंगे? आदिवासी समाज के अस्तित्व को बचाने के लिए एनआरसी का समर्थन करेंगे? बंगाल में भी एक महिला के साथ दरिंदगी हुई है उसपर कंठ खोलेंगे?" बाबूलाल मरांडी ट्वीटर पर काफी एक्टिव रहते हैं और सरकार को किसी भी मुद्दे पर घेरने का कोई भी मौका वह नहीं छोड़ते हैं।
महिला के स्टेटमेंट को भी बनाया मुद्दा
धनबाद में झामुमो की इकाई मणिपुर मामले को लेकर विरोध कर रही थी। उस दौरान जेएमएम की केंद्रीय सदस्य नीलम मिश्रा के मुंह से अचानक निकल गया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग राक्षसी प्रवृत्ति के हैं। हालांकि कुछ लोग इसे टंग ऑफ स्लीप बता रहे हैं लेकिन बाबूलाल इसमें भी कहां मौका छोड़ने वाले हैं उन्होंने इस कथन को भी अपने ट्वीट में शामिल किया है और कहा है कि " आज ही आपकी पार्टी की महिला ने आपके दल के लोगों को "राक्षसी प्रवृत्ति" वाला कहा है, शायद यह शाश्वत सत्य भी है। अब आपका नाटक झारखंड में नहीं चलेगा। “मीठा मीठा गप गप, कड़वा कड़वा थू थू” नहीं चलेगा।"
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