द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज प्रेस वार्ता कर इंडिया गठबंधन पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में हुए महारैली को टारगेट कर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आप सब ने देखा कि कल दिल्ली में रामलीला मैदान में एक भ्रष्टाचारी जो के दिल्ली के सीएम हैं, जो तिहाड़ जेल चले गये। उनके समर्थन में एक बड़ी रैली हुई। बड़ी इसलिए कह रहा हूं कि जितने लोग भ्रष्टाचार में लिप्त है वैसे सारे लोग इक्क्ठे हुए हैं। ये सारे लोग कहते हैं, संविधान को बचाना है, लोकतंत्र बचाना है। वास्तव में उनलोगों की बात सुनकर लगता है कि लोकतंत्र को उनलोगों ने पॉकेट का एक वस्तु बना रखा है। लोकतंत्र में कानून सबके लिए बराबर होता है। चाहे वह आमजन हो या खास। सभों को कानून का पालन करना होता है। लेकिन जो कल की रैली में उपस्थित थे वो लोग क्या चाहते हैं कि खास लोगों को लिए खास कानून बने। यानि उनको आमजनों के तरह कानून ट्रीट ना करे। जब हेमंत सोरेन को भी ईडी ने 10 समन भेजा था। उसी तरह अरविंद केजरीवाल को भी नोटिस पर नोटिस दिया गया। लेकिन उपस्थित ना होना अनादर करना क्या दर्शाता है। अगर ये लोग लोकतंत्र के हिमायती होते तो जाते और अपनी पक्ष रखते। लेकिन उसको सिरे से नकार देना ऐसे में कहा जा सकता है कि लोकतंत्र को भी ये लोग अपने ढंग से चलाना चाहते हैं। जो कोई व्यक्ति कानून का पालन नहीं करता है उनके लिए तो वही जगह सही है जहां अरविंद केजरीवाल गये हैं, हेमंत सोरेन गये हैं, मनीष सिसोदिया गये हैं।
पहले रसूखदारों को नहीं छूती थी एजेंसी
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र को इन लोगों ने मजाक बना दिया है। देश की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। मोदी ने साफ साफ कहा है जिन लोगों ने भी जनता की पैसा लूटा है उसको पाई पाई वसूला जाएगा। पिछले दस वर्षों में 1 लाख करोड़ की संपत्ती जब्त की जा चुकी है। इसलिए सारे लोग परेशान हैं कि आज तक किसी ने भी ये जो रसूखदार लोग है उनको कोई छूने में एजेंसी हिचकती थी लेकिन जब से मोदी जी पीएम बने तब से सारे एजेंसियों को स्वतंत्र किया गया कि आप बिना दबवा के काम करें। उस दिन से इंडिया अलांयस के लोग परेशान हैं। क्योंकि सत्ता में रहकर ये लोग यही सोचते हैं कि जितना लूट सकते हो लूटों। आमलोगों को नदी का बालू नहीं नसीब होता था घऱ बनाने के लिए। लेकिन सारे बालू तस्करी होते थे। जितनी भी पत्थरे थी उसकी भी अवैध माइंस चल रहे हैं। कोयला, पत्थर बालू जमीन सबको जमकर लूटा गया है। आगे भी जांच होगी तो तो बहुत कुछ खुलासा हुआ।
आदिवासी होने का विक्टिम कार्ड खेलना नहीं चलेगा
झारखंड में भी दारू घोटाला का जांच होगी तो बहुत लोगों का नाम आएगा। ये लोग रो रहे हैं कि मोदी जी हमें परेशान कर रहे हैं। अगर ये लोग इतने ही साफ होते तो कोर्ट इनको बेल दे देता। हेमंत सोरेन कहते हैं कि हम आदिवासी है इसलिए हम पर जुल्म हो रहा है। मैं कहता हूं कि आदिवासी को क्यों बदनाम करते हो। लुटेरों के संग झारखंड को लूटना और आदिवासी होने का विक्टिम कार्ड खेलना अब नहीं चलेगा। हेमंत सोरेन जी सत्ता में आए तो लूटना शुरू कर दिया। केंद्र में जब सरकार थी उस समय कितना घोटाला हुआ पूरा देश जानता है। कांग्रेस पार्टी का अतीत ही लूटना है।