द फॉलोअप डेस्क
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मोरहाबादी मैदान के अगल-बगल गरीब, आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग दुकान लगाकर अपना जीविकोपार्जन करते हैं। लेकिन नगर निगम और लालपुर थाना की टीम ने बगैर किसी पूर्व सूचना के सभी दुकानों को ध्वस्त कर दिया। अगर दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा था तो उन्हें नोटिस देकर दुकान खाली करने का निर्देश दिया जा सकता था, लेकिन आधी रात को की गई कारवाई प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है।
राजधानी रांची के ही मेन रोड में एकरा मस्जिद से डेली मार्केट तक सड़क पर हज़ारों दुकानें लगती हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित होता है और आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बताएं कि आपका प्रशासन इन जगहों पर अतिक्रमण हटाने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाती? मोरहाबादी मैदान के पास प्रशासन द्वारा गैरकानूनी ढंग से गरीब, आदिवासियों के दुकानों को क्षति पहुंचाई गई है। रांची डीसी तत्काल नुकसान का आंकलन कर सभी दुकानदारों को उचित मुआवजा उपलब्ध कराते हुए उनके पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित करें।