रांची:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को सदन में कहा था कि खतियान आधारित नियोजन नीति लागू नहीं की जा सकती। सीएम के इस बयान के विरोध में राजधानी रांची में देवेंद्रनाथ महतो के नेतृत्व में शहीद चौक से अल्बर्ट एक्का चौक तक जुलूस निकाला गया। जुलूस जब अल्बर्ट एक्का चौक पर पहुंचा तो वहां मुख्यमंत्री का पुतल दहन किया गया।
खतियान ही है झारखंड की पहचान!
आंदोलनकारी देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि झारखंड का पहचान खतियान ही है। खतियान के आधार स्थानीय नीति नियोजन नीति लागू करके ही झारखंडी भाषा, संस्कृति, जल, जंगल, जमीन, खनिज संपदा कोयला, बालू, अभ्रक, लोहा को सुरक्षित रखा जा सकता है।
हर हाल में लागू करना होगा खतियान!
देवेंद्रनाथ महतो ने कहा कि झारखंड में खतियान तो हर हाल में रहेगा चाहे झारखंड का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रहें या नहीं रहे। अगर हेमंत सोरेन खतियान आधारित नीति लागू नहीं करेंगे तो सामाजिक बहिष्कार किया जायेगा। शादी, बिहा, मरखी में आमंत्रण भी नहीं दिया जायेगा। झारखंडी संस्कृति त्योहार सरहुल, कर्मा पर्व में शामिल भी होने नहीं दिया जायेगा।
विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले लोग
मौके पर ओमप्रकाश, महिपाल,पप्पू, जितेंद्र ,संजय, चंद्रिका ने कहा कि खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू होने तक संघर्ष जारी रहेगा। कार्यक्रम के मौके पर ओमप्रकाश महतो, पप्पू, महिपाल, राम ओहदार, जलैश, अनिल, जितेंद्र महतो, संजय गुड्डू, जलेश जुगनू, तुलेश्वर, मनोहर, सोनू, बिरेंद्र, रमेश, भोला, उपानंद, चंद्रिका महतो, रोशन सेठ, के अलावा अन्य सैकड़ों युवा उपस्थित थे।