द फॉलोअप डेस्क, रांची:
नये आपराधिक कानून को लेकर प्रेस वार्ता में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि इससे पुलिसिया अत्याचार कम होगा। ये कानून ज्यादा से ज्यादा नागरिकों की मदद करेंगे। 1 जुलाई को कानून के लागू होते ही पूरे देश से एफआईआर दर्ज किए जाने की खबर आई। बीजेपी के सभी नेताओं ने दावा किया था कि नये कानून पुलिस को अभियुक्तों अथवा आम नागरिकों पर भी अत्याचार करने की इजाजत देंगे लेकिन रांची से आया ताजा मामला उन दावों को झुठलाता है। दरअसल, रांची के अनगड़ा थाना प्रभारी पर संगीन आरोप लगा है। आरोप है कि उन्होंने एक अभियुक्त के भाई को बेरहमी से पीटा।
चिलदाग गांव निवासी राहुल नायक ने एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा से शिकायत की है। राहुल का आरोप है कि अनगड़ा थाना प्रभारी ने कथित तौर पर उनको पीटा।
1 जुलाई को जबरन उठा ले जाने का आरोप
एसएसपी को दिए लिखित शिकायत में राहुल नायक ने बताया है कि 1 जुलाई की रात को रात तकरीबन डेढ़ बजे अनगड़ा थाना प्रभारी गांव आये और मुझे और मेरे पापा को उठाकर थाने ले गये। राहुल ने ये भी बताया कि उसका छोटा भाई साहिल नायक अनगड़ा थाना कांड संख्या 54/2024 का अभियुक्त है। उसी सिलसिले में पूछताछ के लिए पुलिस राहुल और उनके पिता को लेकर थाने आई थी। राहुल का आरोप है कि आधी रात पुलिस उसे जबरन उठा ले गई थी। राहुल का आरोप है कि पूछताछ के दौरान उसके साथ पुलिस ने लाठी-डंडों से बुरी तरह मारपीट की।
एसएसपी से मामले में कार्रवाई की मांग
राहुल ने कहा कि पिता को अगले दिन छोड़ दिया गया लेकिन पुलिस ने मुझे 3 दिन तक थाने में रखा और पीटते रहे। आरोप है कि पुलिस ने राहुल को जख्मी हालत में थाना परिसर के बाहर फेंक दिया। राहुल ने सिल्ली डीएसपी पर भी अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। राहुल ने एसएसपी से मामले की निष्पक्ष जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई करने की मांग की है।