द फॉलोअप डेस्कः
हेमंत सोरेन सरकार के ज्यादातर विधायक राजधानी रांची में ही जमे हुए हैं। कुछ मंत्रियों और विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात भी की है। बुधवार को सीएम आवास में हुई बैठक में सभी विधायकों को एक सप्ताह तक रांची में ही रहने को कहा गया था। जानकारी मिल रही है कि मंत्री बादल, कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी, विधायक उमाशंकर अकेला समेत अन्य विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करने पहुंचे थे। इस दौरान विभिन्न सियासी मुद्दों चर्चा हुई।
सारे विधायक साथ हैं
झामुमो के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने कहा कि सारे विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ हैं। सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ प्रतिबद्धता जाहिर की है। सरकार को अस्थिर करने का विपक्षी षड्यंत्र कामयाब नहीं होने वाला है। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। भाजपा की ओर से उपचुनाव नहीं हो पाने की बातों पर उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन परिपक्व राजनेता हैं, उनके पास बहुत सारे विकल्प हैं।'
राज्यपाल के अगले कदम पर सबकी नजर
इधर दूसरी तरफ राज्यपाल के अगले कदम पर सभी की निगाहें टिकी है। भाजपा ने संवैधानिक संकट से बचाने के लिए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से कार्रवाई का आग्रह किया है। बाबूलाल मरांडी ने राज्यपाल को पत्र तक लिख दिया है। राज्यपाल झारखंड से बाहर हैं और आठ जनवरी तक वापस लौट सकते हैं।
कार्यकर्ता भी अलर्ट
सूत्रों के मुताबिक झामुमो कार्यकर्ता पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं। जिला संगठन के पदाधिकारी लगातार पार्टी केंद्रीय कार्यालय से संपर्क कर निर्देश मांग रहे हैं। पार्टी ने उन्हें रांची आने से मना कर दिया है। गौरतलब है कि पहली बार जब हेमंत सोरेन को ईडी ने पूछताछ के लिए समन भेजा था तो बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं का जत्था रांची पहुंच गया था।