द फॉलोअप डेस्क, रांची:
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पश्चिमी सिंहभूम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि खतियान की दुहाई देने वाली सरकार साढ़े 4 साल में स्थानीय, नियोजन, विस्थापन बनाने में नाकाम रही है। सरकार लोगों की भावना को समझने और जीवन स्तर में बदलाव लाने में भी असफल है। सरकार ने संस्कार बदल दिए। गठबंधन सरकार ने सरकार होने का एहसास नहीं करा पाई। राज्य के समुचित विकास के लिए पढ़ाई, दवाई और न्याय के क्षेत्र में बेहतर काम करने की जरूरत है। पढ़ाई, दवाई और न्याय के क्षेत्र में बेहतर काम के बिना राज्य का विकास अंसभव है। सुदेश महतो मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत डुंगरपुर (रायकेरा) के पोस्ट ऑफिस मैदान में आयोजित विधानसभा स्तरीय संकल्प सभा सह मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राजनीति में मूल्यांकन जरूरी है- सुदेश महतो
सुदेश कुमार महतो ने कहा कि राजनीति में मूल्यांकन आवश्यक है। कोल्हान क्षेत्र ने राज्य को कई मंत्री, मुख्यमंत्री दिए, लेकिन विकास के नक्शे पर कोल्हान पीछे रह गया। उन्होंने कहा कि अबुआ आवास के चयन प्रक्रिया में ग्राम सभा को नजरअंदाज करना गलत है। जिस सरकार की उम्र 6 महीने की है वो जनता को अगले 6 साल का आश्वासन दे रही है। परीक्षा बेचने के बाद इनकी तैयारी अबुआ आवास को बेचने का है। गरीबों को मिलने वाला आवास पहले से पक्के मकान वालों को मिलेगा। अबुआ योजना अब बबुआ योजना बन कर रह गया है। मुख्यमंत्री जी को भी इस मामले में सफाई देने की आवश्यकता पड़ गयी है।
लोग महसूस कर रहे हैं अराजकता!
सुदेश महतो ने कहा कि प्रदेश में सभी वर्ग के लोग राज्य में फैली अराजक व्यवस्था के सामने लाचार महसूस कर रहे हैं। लोकसेवक अधिकारी जनता के मालिक बन बैठे है। बिना किसी संकोच के वो कहते हैं कि हम देकर आए हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। जनता बस उनकी मनचाही पोस्टिंग में लगे पैसों की भरपाई करने का माध्यम हो गई है। जनता अब इस अराजक सरकार से मुक्ति चाहती है।
सुदेश महतो का हुआ भव्य स्वागत
मनोहरपुर विधानसभा स्तरीय संकल्प सभा सह मिलन समारोह में शामिल होने रांची से मनोहरपुर जाने के क्रम में विभिन्न स्थानों पर पार्टी पदाधिकारियों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो का भव्य स्वागत किया गया। मौके पर मुख्य रूप से पार्टी के केंद्रीय प्रधान महासचिव रामचन्द्र सहिस, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, डॉ. रीना गोड्सरा, प्रो. रवि शंकर मौर्य, राजू सांडिल, बिरसा मुंडा, शिव प्रताप सिंह देव, नंदलाल विरुआ, शंकर सिंह मुंडा, रामलाल मुंडा, कन्हैया सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।