रांची
वक्फ बिल पर समर्थन को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी मुद्दे को लेकर आजसू पार्टी के रांची महानगर उपाध्यक्ष मोहम्मद जुबैर आलम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो को भेजा है। जुबैर आलम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वक्फ बिल मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है, और पार्टी द्वारा इसका समर्थन करना निंदनीय है। जुबैर ने कहा, "आजसू पार्टी ने मुस्लिम समाज के विश्वास को तोड़ा है। यह कदम पार्टी की सेक्युलर छवि के बिल्कुल खिलाफ है।"
इधर, बिहार में भी वक्फ बिल को लेकर राजनीतिक भूचाल आया हुआ है। जेडीयू द्वारा बिल का समर्थन किए जाने से उसके अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता खासे नाराज़ हैं। विरोध इतना बढ़ गया कि जेडीयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चार प्रमुख नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
पार्टी से इस्तीफा देने वालों में प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव मोहम्मद शाहनवाज मलिक, प्रदेश महासचिव मोहम्मद तबरेज सिद्दीकी, भोजपुर से पार्टी सदस्य मोहम्मद दिलशान राईन और पूर्व प्रत्याशी मोहम्मद कासिम अंसारी शामिल हैं।
इन इस्तीफों ने बिहार और झारखंड की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है, खासकर मुस्लिम समुदाय के बीच असंतोष और बढ़ गया है।