द फॉलोअप डेस्क, रांची:
जेल से बाहर आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मीडिया से मुखातिब हुए और उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आया हूं और इन 5 महीनों का जो वक्त था मुझे लगता है इस राज्य के लिए हमारे झारखंडवासियों के लिए,आदिवासियों के लिए, मूलवासियों के लिए बहुत ही चिंतनीय महीने रहा है। पूरे देश को पता है कि मैं किस वजह से जेल गया था। आखिरकार न्यायलय ने अपना न्याय सुनाया है। उसी के तहत मैं आज बाहर हूं। मैं न्यायलय का सम्मान करता हूं। कभी कभी चिंता होती है कि जिस प्रकार वर्तमान समय में आज के दिन राजनेता, समाजसेवी लेखक, पत्रकार जैसे लोगों की बड़ी सुनियोजित तरीके आवाजों को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। ये भी किसी से छिपा नहीं है।
और न्याय पाने में जो वक्त लगता है वो वक्त जो सामान्य वक्तों से महत्वपूर्ण वक्त होते हैं उन वक्तों को बड़े सुनियोजित तरीके से वर्तमान वक्त में लोगों के लिए मुसीबत खड़े कर रही है। झूठे मनगढ़ंत कहानी गढ़कर मुझे 5 महीनों तक जेल में रखा गया। कहीं पत्रकार बंद है, कहीं सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले लोग की आवज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। दिल्ली में सीएम जेल में बंद हैं। कई एक मंत्री रहते जेल में लोगों को डाल दिया जा रहा है। न्याय की प्रक्रिया लंबी हो रही है। दिन महीने नहीं वर्षों लग रहे हैं। और कहीं ना कहीं जो लोग पूरी शिद्दत के साथ अपने-अपने राज्य के देश के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। उनपर बाधाएं आ रही है।
मैं फिर से राज्य के जनता के बीच में हूं। जो लड़ाई हमने, जो संकल्प हमने लिया है उसको मकाम तक पहुंचाने का भी काम करेंगे। आज मुझे लगता है ये एक संदेश है राज्य के लिए नहीं पूरे देश के लिए कि किस तरीके से हमारे विरुध्द षडयंत्र रचा गया है। कानून का जो आदेश है वो आपके सामने है। आपको देखने को मिलेगा। किन बातों को उनमें लिखा गया है वह भी आपको देखने को मिलेगा। मैं अपनी जुबान से कहना नहीं चाहता। मुझे लगता है जो भी न्यायलय के आदेश है उसका आपलोग बेहतर तरीके से आकलन करें, समीक्षा करें और देश की जनता को बताने का काम करें।