द फॉलोअप डेस्क:
झारखंड के 10 लाख बच्चों को अब तक यूनिफॉर्म का पैसा नहीं मिला है। शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए बैंक अकांउट नहीं खुलने की वजह से बच्चों को अब तक पोशाक का पैसा नहीं मिला है। विभाग के निर्देश के बाद हेड मास्टर के वेतन पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि खूंटी के सभी हेडमास्टरों का वेतन बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
डीसी ने बीईईओ का भी वेतन रोका
इस मामले को लेकर खूंटी डीसी ने 27 अक्टूबर को निर्देश दिया था कि जिन स्कूलों में छात्रों को पोशाक का पैसा नहीं दिया गया है वहां के हेडमास्टरों के वेतन पर रोक लगा दी जाए। इसे लेकर सभी जिले को बीईईओ को पत्र लिख दिया गया है। मामले को लेकर डीसी लोकेश मिश्रा ने बताया कि 19 अक्टूबर को हुए समीक्षा बैठक में बीईईओ ने प्रधान शिक्षकों पर यह आरोप लगाया था कि बैंक आकाउंट खोलने के लिए कई स्कूलों के हेडमास्टर सहयोग नहीं कर रहे हैं। हालांकि, इस मामले के लिए डीसी ने बीईईओ को भी जिम्मेवार बताया और उनके भी वेतन पर रोक लगा दी है।
1 से 8 तक के छात्रों को मिलती है पोशाक की राशि
बता दें कि सरकारी स्कूल के 1 से 8 तक के छात्रों को पोशाक के लिए 600 रुपए सरकार की ओर से दी जाती है। शिक्षा विभाग ने डीबीटी के माध्यम से 30 सितंबर तक सभी छात्रों को पोशाक की राशि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। विभाग ने निर्देश दिया था कि जिन बच्चों के खाते नहीं खुल पाए हैं, उनके माता-पिता के खाते में भी राशि ट्रांसफर की जा सकेगी। बावजूद बच्चों को पैसे नहीं मिले हैं।
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