रांची
मोरहाबादी के फुटपाथ दुकानदारों को लंबे समय से प्रतीक्षित वेंडर मार्केट में अब नया और स्थायी ठिकाना मिल गया है। नगर निगम द्वारा किए गए आवंटन के बाद दुकानदारों को अब व्यवस्थित स्थान मिलेगा। हालांकि, यह प्रक्रिया शुरू से ही संघर्षों और विरोध से घिरी रही। फल-सब्जी और फूड मार्केट को अलग-अलग बसाने की मांग को लेकर दुकानदारों ने सोमवार सुबह लॉटरी आवंटन का बहिष्कार किया। मोरहाबादी दुकानदार संघ के अध्यक्ष कुमार रौशन के नेतृत्व में दुकानदार नगर निगम कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए। सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम के बावजूद कोई भी दुकानदार लॉटरी स्थल तक नहीं पहुँचा। स्थिति को संभालने के लिए अपर नगर प्रशासक संजय कुमार ने एक प्रतिनिधिमंडल को धरने पर बैठे दुकानदारों से वार्ता के लिए भेजा। इसके बाद प्रतिनिधियों को द्वितीय तल स्थित उनके कार्यालय में बुलाया गया, जहां शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से समाधान निकाला गया।
दो प्रमुख मांगों पर बनी सहमति
दुकानदारों की दो प्रमुख मांगों पर नगर निगम प्रशासन ने मौखिक सहमति दी:
1. फल-सब्जी एवं फूड मार्केट का पृथक्करण:
वेंडर मार्केट परिसर में दीवार के माध्यम से इन दोनों सेक्टरों को अलग किया जाएगा। सब्जी विक्रेताओं को संस्कार होटल के सामने गेट खोलकर प्रवेश दिया जाएगा।
2. छूटे हुए दुकानदारों का समावेश:
जिन दुकानदारों का नाम सूची में नहीं आया है, उनके लिए दोबारा आवेदन लिए जाएंगे। झारखंड सरकार अथवा नगर निगम द्वारा जारी दस्तावेज के आधार पर 15 मार्च 2022 से पहले वेंडिंग करने वालों को शामिल किया जाएगा।
लॉटरी प्रक्रिया में भागीदारी और जश्न का माहौल
समझौते के बाद सभी दुकानदार आठवें तल्ले स्थित आवंटन स्थल पहुंचे और लॉटरी प्रक्रिया में भाग लिया। शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से आवंटन संपन्न हुआ। इसके बाद दुकानदारों ने ढोल-नगाड़ों के साथ मोरहाबादी वेंडर मार्केट तक मार्च किया। बाजार में लड्डू बांटे गए और आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया। दुकानदार संघ के अध्यक्ष कुमार रौशन ने इसे फुटपाथ दुकानदारों के संघर्ष की ऐतिहासिक जीत बताते हुए नगर निगम का आभार जताया। उन्होंने कहा, "नगर निगम गरीबों के लिए कार्य कर रहा है। हम भी जनहित के हर कार्य में सहयोग को तैयार हैं। हमारी बाकी लंबित मांगों को भी जल्द पूरा किया जाए।"
व्यवस्थित बाजार की ओर एक कदम
मोरहाबादी वेंडर मार्केट का यह आवंटन न सिर्फ फुटपाथ दुकानदारों के लिए राहत की खबर है, बल्कि शहर में ट्रैफिक और अराजक फुटपाथ कारोबार की समस्या का भी समाधान है। उम्मीद है कि इस व्यवस्थित पहल से दुकानदारों की आजीविका भी बेहतर होगी और शहर की छवि भी।