द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के धनबाद जिले में बुधवार देर रात एक अवैध मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। यह कार्रवाई धनबाद पुलिस और पश्चिम बंगाल एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) की संयुक्त टीम ने की। छापेमारी महुदा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंगड़ा बस्ती में की गई, जहां एक झोपड़ी में लंबे समय से अवैध हथियारों का निर्माण किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से दर्जनों तैयार और अर्धनिर्मित पिस्तौल, भारी मात्रा में कारतूस और हथियार बनाने की सामग्री जब्त की। साथ ही, इस फैक्ट्री के संचालक मुर्शीद अंसारी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई रातभर चली और अत्यंत गोपनीयता से अंजाम दी गई।
सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल पुलिस को अपराधियों से पूछताछ के दौरान जानकारी मिली थी कि झारखंड के महुदा इलाके में अवैध हथियारों का निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहा है। सूचना मिलते ही बंगाल एटीएस ने धनबाद पुलिस को सूचित किया और संयुक्त अभियान की योजना बनाई गई। बुधवार रात पुलिस ने सिंगड़ा बस्ती स्थित मुर्शीद अंसारी के घर को चारों ओर से घेर लिया। तलाशी के दौरान पुलिस को झोपड़ी में एक पूरी तरह से सक्रिय हथियार निर्माण इकाई मिली। वहां मौजूद पांच लोगों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान जब पुलिस ने उन्हें पिस्तौल बनाकर दिखाने को कहा, तो उन्होंने महज एक घंटे में चार पिस्तौल बनाकर तैयार कर दी, जिससे उनके अनुभव और नेटवर्क की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इस छापेमारी में डेढ़ दर्जन तैयार और 70-80 अर्धनिर्मित पिस्तौल के अलावा बड़ी मात्रा में कारतूस और कच्चा माल बरामद किया गया। जब्त किए गए सामानों को बोरों में भरकर थाना लाया गया है। इस कार्रवाई में महुदा, कतरास सहित कई थानों की पुलिस भी शामिल रही, जबकि पूरे अभियान का नेतृत्व बाघमारा के एसडीपीओ पुरुषोत्तम सिंह ने किया। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस उनके नेटवर्क के बारे में और जानकारी जुटाने में लगी है।