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सियासी शिगूफा : बाबूलाल मरांडी को भविष्य दिखता है, राजनीतिक ज्योतिषाचार्य हैं पूर्व मुख्यमंत्री!

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डेस्क: 
बाबूलाल मरांडी आजकल ज्योतिष विद्या में भी निपुण हो गये हैं। पूर्व मुख्यमंत्री की भविष्यवाणियां इतनी सटीक साबित हो रही हैं कि बड़े से बड़ा ज्योतिषी भी चाय कम पानी लगे। राजनीति में एग्जिट पोल का अपना महत्व है लेकिन, इसकी भी एक सीमा है। भारत के चुनावी इतिहास में कई बार एग्जिट पोल देखकर मिठाईयां खरीद लेने वाली पार्टियों को मायूस होना पड़ा है लेकिन इन दिनों बाबूलाल जो कह रहे हैं वही हो रहा है। हम ये दावा नहीं कर रहे बल्कि हालिया कुछ घटनाएं भी इसकी तस्दीक करती है। 

19 अप्रैल 2022 की चिट्ठी में क्या लिखा था
19 अप्रैल 2022 को बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चिट्ठी लिखी थी। ये चिट्ठी झारखंड की नई उत्पाद नीति की गड़बड़ियों को लेकर लिखी गई थी। बाबूलाल मरांडी ने चिट्ठी में 4 कंपनियों का जिक्र किया था। आरोप लगाया था कि झारखंड बिवरेजेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड इन कंपनियों को नियमों को ताक पर रखकर झारखंड में शराब बेचने की इजाजत देने की साजिश कर रहा है। तब, सत्तापक्ष ने कहा था। कुछ भी।

बाबूलाल जी को कहीं देजा वू तो नहीं हो गया। दरअसल, ये एक सुपर फिक्शन है। इसमें लोगों को भविष्य में होने वाली कुछ घटनाएं पहले ही दिख जाती है। किसी इंसान में ये क्वालिटी फिलहाल फिल्मों में ही दिखी है। हालांकि, जो भी हो। बाबूलाल मरांडी ने इन कंपनियों का जिक्र किया था। 

शराब बेचने का ठेका इन कंपनियों को मिला
यकीन मानिये। झारखंड बिवरेजेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने टेंडर प्रक्रिया की जानकारी दी। जोन वाइज कंपनियों की लिस्ट निकाली तो कमाल हो गया।

लिस्ट में उन्हीं 4 कंपनियों को टेंडर आवंटित किया गया था जिसका जिक्र बाबूलाल मरांडी ने 19 अप्रैल वाली चिट्ठी में किया था। उस चिट्ठी में बाबूलाल मरांडी ने ए टू जेड इंफ्रा सर्विस लिमिटेड, प्राइम वन वर्कफोर्स प्राइवेट लिमिटेड, सुमित फैशिलिटीज लिमिटेड और इगल हंटर सॉल्युशन लिमिटेड का जिक्र किया था। कहा था कि छत्तीसगढ़ की इन कंपनियों को फायदा पहुंचाने का खेल रचा जा रहा है। क्यों ना कहें। बाबूलाल मरांडी को भविष्य दिखता है। 

जहाज हादसे की आशंका जाहिर की गई थी
वैसे भी। ये पहली बार नहीं है जब बाबूलाल मरांडी की कही गई कोई बात या जाहिर की गई कोई आशंका सही साबित हुई है। 24 मार्च 2022 को साहिबगंज से कटिहार जा रहे मालवाहक जहाज का हादसा तो याद ही होगा। मामले में सियासत की एंट्री हुई इसलिए सुर्खियां भी खूब बनी थी।

हादसे में कई ट्रक गंगा नदी की गोद में समा गये। कई लोग लापता हो गये। सरकारी आंकड़ा तो 6 ट्रकों और 3 लोगों का है लेकिन स्थानीय लोग और बाबूलाल मरांडी इससे इत्तेफाक नहीं रखते। बाबूलाल मरांडी ने इस बाबत भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चिट्ठी लिखी थी। 

बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री को किया था आगाह
दरअसल, बाबूबाल मरांडी हादसे से कुछ ही दिन पहले संताल परगना के दौरे पर गये थे। उन्होंने कुछ दिन साहिबगंज में भी बिताया था। इसी दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर आगाह किया था कि यहां कभी भी जहाज हादसा हो सकता है। लोगों की जान जा सकती है।

इस पत्र को लिखने के महज कुछ ही दिनों बाद साहिबगंज से कटिहार जा रहा मालवाहक जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अब क्यों ना कहा जाये। बाबूलाल मरांडी भविष्य देख लेते हैं। भांप लेते हैं। राजनीतिक ज्योतिष कह लें तो गलत होगा क्या।

 क्या झारखंड में बाबूलाल की भविष्यवाणी चलेगी!
अब बाबूलाल मरांडी कह रहे हैं कि झारखंड में बीजेपी की सरकार बनेगी। बस कुछ दिन की बात है। आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी गठबंधन सरकार के दिन हवा हुए। ये सरकार 4 दिन की मेहमान है। दरअसल, मुख्यमंत्री पर लगा ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का मामला निर्वाचन आयोग में विचाराधीन है।

पेयजल मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं। वित्त मंत्री पर गलत दस्तावेज पेश करने का आरोप है। ये कुछ कारण है जिसकी वजह से बीजेपी उत्साही है। कारण कई हैं उसमें भी बाबूलाल मरांडी की हालिया भविष्यवक्ता वाली क्वालिटी। क्या लगता है। बीजेपी क्यों खुश है।