रांची:
कहते हैं कि नाम में क्या रखा है। लेकिन रोशन तो नाम ही होता है। हमारे आसपास ढेरों लोग होते हैं, जिन्हें हम राजू, गोल्डी, गोलू, बब्ली, पप्पी, रिंकी आदि नामों से पुकारते हैं, लेकिन उनका असली नाम हमें खास मौके पर पता चलता है। फिल्म और राजनीति की दुनिया भी बहुत अलग नहीं होती। इतना जरूर है कि इस संसार में कई लोग अपना नाम ही बदल लेते हैं, या बदल दिये जाते हैं। जैसे बहुत बाद में दुनिया ने जाना कि दिलीप कुमार दरअसल युसुफ खान था। आईये इस खबर मे जानते हैं, नेताओं के असली नाम क्या थे।
एक लड़की थी चंद्रावती। जब वो यूपी के किसी गांव से दिल्ली पढ़ने आई तो उसकी मुलाकात कांशीराम से हुई। कांशीराम तब डीएसफोर नामक संगठन चलाते थे। चंद्रावती उनके संपर्क में आई। कांशीराम को लड़की का तेवर पसंद आया। उन्होंने इस लड़की का नाम रख दिया-मायावती। उसके बाद की कहानी आप सभी को पता है।
दूसरी लड़की की कहानी इटली से शुरू होती है। उसका नाम था एंटोनिया एडविज अल्बिना माइनो। वह पढाई करने लंदन पहुंची थी। उसके साथ राहुल गांधी नामक एक लड़का भारत का भी पढ़ता था। दोनों के बीच दोस्ती हुई, प्यार में बदली। और एक दिन दोनों परिणय सूत्र में बंध गए। जिसे आज हम सभी सोनिया गांधी के नाम से जानते हैं।
अब बात पहाड़ के एक लड़के की। मां-पिता ने उसका नाम अजय सिंह बिष्ट रखा था। उसे बचपन से ही अध्यात्म में रुचि थी। आखिर एक दिन उसने घर त्याग दिया। गोरखपुर जा पहुंचा। नाथ परंपरा में दीक्षा ली। और संन्यासी बन गया। फिर समय ने उसे यूपी जैसे बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया। अब आप समझ गए होंगे बात योगी आदित्यनाथ की है।
यूपी में चुनाव चल रहे हैं। कुंडा विधानसभा क्षेत्र की बहुत चर्चा है। उसकी वजह है लगातार कई टर्म से विधायक हैं। इन्हें दबंग नेता माना जाता है। राज्य में जेल मंत्री रहे, तो कभी जेल की सजा भी भुगती। हम सभी उन्हें राजा भैया के नाम से जानते हैं। लेकिन उनका असली नाम है रघुराज प्रताप सिंह।
बेताब से फिल्मी करियर शुरू करने वाले सनी देओल आज पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी के सांसद हैं। उनका भी असली नाम कुछ और ही है। उनके स्टार पिता धर्मेंद्र ने उनका नाम अजय सिंह देओल रखा था। भाजपा के ही एक और सांसद हैं योगी बालकनाथ। गुरुमुख नाम उनके अभिभावकों ने रखा था। बाद में नाथ संप्रदाय से जुड़ने के बाद वह योगी बालकनाथ कहलाने लगे।