द फॉलोअप डेस्क:
बिहार के मुजफ्फरपुर में शराब विरोधी अभियान के दौरान 1 व्यक्ति की मौत के बाद बवाल हो गया। गुस्साई भीड़ ने एनएच-57 को बंद कर दिया और गढ़ा पुलिस थाने में घुसकर कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। भीड़ ने शव रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-57 को अवरुद्ध कर दिया है।
शराब विरोधी अभियान के दौरान शख्स की मौत
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए मुजफ्फरपुर के एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि बुधवार को गढ़ा ओपी को अवैध शराब को लेकर सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर गढ़ा पुलिस ने छापा मारा और 3 युवकों को हिरासत में लिया। इसी दौरान 1 युवक ने भागने का प्रयास किया और पानी से भरे में गड्ढे में जा गिरा। डूबने से युवक की मौत हो गई। युवक की मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस स्टेशन के मालखाने में जब्त कर रखी बाइक और 1 चार-पहिया वाहन में आग लगा दी। एसएसपी ने बताया कि भीड़ ने थाने की बिल्डिंग या पुलिसकर्मियों को नुकसान नहीं पहुंचाया।
सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने एनएच-57 पर शव रखकर जाम कर दिया है। गुस्साई भीड़ को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
बिहार में 2016 से ही शराबबंदी लागू की गई है
गौरतलब है कि बिहार की नीतीश सरकार ने वर्ष 2016 से ही प्रदेश में शराबबंदी लागू कर रखी है लेकिन व्यापक पैमाने पर दूसरे राज्यों से शराब की तस्करी होती है। बिहार-झारखंड की सीमा पर अक्सर शराब ले जाने का प्रयास करते तस्कर पकड़े जाते हैं। कई जिलों से मौत की खबरें भी सामने आ चुकी है।