पटना
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ‘सौगात ए मोदी’ पहल ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। इस पहल के तहत ईद के अवसर पर मुस्लिम समुदाय के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को किट वितरित की जा रही है। हालांकि, इस कदम को लेकर विपक्षी दलों ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है।
राजद (राष्ट्रीय जनता दल) ने पटना में अपने कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाकर बीजेपी पर तंज कसा है। इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और जीतनराम मांझी की तस्वीरें भी हैं। पोस्टर का संदेश है – “आंख छीन कर चश्मा लगा देने वाले लोग, रख लो अपने पास ये सौगात ए मोदी किट।”
विपक्षी दलों ने इस पहल को चुनावी स्टंट करार दिया है। राजद के नेता और मखदुमपुर (जहानाबाद) के पूर्व जिला पार्षद संजू कोहली द्वारा लगाए गए इस पोस्टर में सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा गया है कि अगर भाजपा को वास्तव में मुस्लिम समुदाय को कुछ देना है, तो वक्फ संशोधन बिल वापस ले, मोहब्बत बांटे और दिल में जगह दे।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को दिल्ली के निजामुद्दीन से ‘सौगात ए मोदी’ किट वितरण की शुरुआत की थी। पार्टी का लक्ष्य ईद से पहले देशभर में 32 लाख गरीब मुस्लिम परिवारों तक यह किट पहुंचाने का है। इस किट में कपड़े और खाने-पीने के सामान शामिल हैं। बिहार में भी बीजेपी नेताओं ने इस पहल के तहत मुस्लिम महिलाओं को यह किट वितरित की।
चुनाव से कुछ ही महीने पहले इस तरह की पहल को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी अल्पसंख्यक वोट बैंक को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, विपक्ष इसे सिर्फ दिखावे की राजनीति और मतदाताओं को लुभाने का प्रयास बता रहा है। अब देखना यह होगा कि यह रणनीति भाजपा के लिए कितनी फायदेमंद साबित होती है।