द फॉलोअप डेस्क
पटना स्थित बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम में गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और कार्यक्रम को शानदार बनाया। अपने संबोधन में डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने संविधान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया गया था। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया। यह दिन हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल भारत 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
इस शुभ अवसर पर उन्होंने बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा, "संविधान चाहे जितना अच्छा हो, वह बुरा साबित हो सकता है, यदि उसे पालन करने वाले लोग बुरे हों।" डॉ सिंह ने वर्तमान केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा और RSS संविधान का सम्मान नहीं करते हैं और लगातार इसे बदलने की बात करते हैं। उन्होंने भाजपा और RSS को संविधान विरोधी बताते हुए आरोप लगाया कि ये संस्थाएं देश में नफरत और भेदभाव की राजनीति कर रही हैं। डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने RSS के पूर्व सर संघ चालक के.एस. सुदर्शन के बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि "हम भारतीय संविधान को स्वीकार नहीं करते।" इसके अलावा उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा संविधान को बदलने की धमकी देने पर भी नाराजगी जताई।इसके बाद डॉ सिंह ने भारतीय संविधान और बाबा साहेब आंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों पर भी कड़ी टिप्पणी की और कहा कि मोदी सरकार के गलत निर्णयों ने देश में नफरत को बढ़ाया है। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की परेशानियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार केवल अपने बड़े कारोबारी मित्रों के हित में काम कर रही है। इससे आम जनता को कोई राहत नहीं मिल रही है।
आगे उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। इस वजह से जनता की परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं। डॉ सिंह ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार और अपराध की स्थिति दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। गरीब और अमीर के बीच खाई और गहरी हो गई है। इस समारोह में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। इनमें डॉ शकील अहमद खान, डॉ मदन मोहन झा, प्रो रामजतन सिन्हा, डॉ समीर कुमार सिंह, श्याम सुंदर सिंह धीरज और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।