पटना :
आरजेडी के मुखिया लालू यादव और उनके परिवार के ठिकानो पर पड़े सीबीआई छापे के बाद से बिहार में सियासी हलचल तेज है। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधायकों को अगले 72 घंटो तक पटना में ही रहने का फरमान जारी किया हैं।मुख्यमंत्री की ओर से अगले 72 घंटे तक विधायको को पटना के बाहर जाने पर रोक लगाई गई है। इस जारी फरमान के बाद बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई है।
सरकार में उलट फेर की चर्चा तेज
विधायकों के लिए जारी फरमान के बाद बिहार में जहाँ एक ओर सरकार में उलट फेर की संभावना जताई जा रही है।वही इस फरमान के पीछे जातीय जनगणना को लेकर होने वाली बैठक के मद्देनज़र ऐसा करने का अनुमान लगाया जा रहा हैं। बिहार में जातीय जनगणना को लेकर राजनीति तेज हैं। सत्ता पर काबिज जदयू इसे करवाने के पक्ष में हैं ,इस फैसले का उसे विपक्षी राजद का पूरा समर्थन हासिल है। वही सहयोगी पार्टी बीजेपी जातीय जनगणना को नहीं करवाना चाहती हैं।
सीबीआई की छापेमारी के बाद सरकार में उलट फेर की जताई जा रही है आशंका
लालू परिवार के कई ठिकानों पर पड़े छापे और जातीय जनगणना को लेकर जदयू -राजद की प्रतिबद्धता को देखते हुए बिहार में सरकार में उलट फेर की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि ,27 मई को होने वाली आल पार्टी मीटिंग जिसमे जातीय जनगणना पर चर्चा होनी है। इस फरमान के जारी होने का एकमात्र कारण हो सकता हैं।