पटना
NDA कार्यकर्ता सम्मेलन का कारवां आज चौथे चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा पहुंचा। नालंदा के इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता जुटे और NDA ने अपनी ताकत का एहसास कराया। इस मौके पर कई घटक दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने कार्यकर्ताओं को एकजुटता का पाठ पढ़ाते हुए प्रदेश की 243 सीटों में से 225 सीटों पर जीत दर्ज कराने का संकल्प दिलाया। इस दौरान हजारों की संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं को सभी वक्ताओं ने '2025 से 2030, फिर से नीतीश' का उद्घोष किया।
इस NDA कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्घाटन भाजपा के महामंत्री राजेश वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभु के अलावा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, लोजपा (आर) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, हम के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह, रालोमो के प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी ने संयुक्त रूप से किया और सभी ने कार्यकर्ताओं को एकजुटता का संदेश दिया। भाजपा के प्रदेश महामंत्री राजेश वर्मा ने कहा कि कार्यकर्ताओं की ताकत ही NDA का असली बल है। उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि हमारी एकजुटता बूथस्तर तक बनी रही तो दूसरा ऐसा कोई कारण नहीं कि फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत के साथ फिर से NDA की सरकार नहीं बने।
सम्मेलन में आए NDA कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के अंदर हुए विकास की चर्चा आज देश में हो रही है। लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि नालंदा से ही मगध साम्राज्य के रूप में अखंड भारत का निर्माण हुआ था। नालंदा के लाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किए गए कार्य अतुलनीय हैं। उन्होंने बिहार में विकास को नई पहचान दी है। उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर देने की अपील की।
हम के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता चुनाव को लेकर तैयार हैं। उन्होंने कहा कि NDA सरकार में आज युवाओं को रोजगार और नौकरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि आज कौशल विकास के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। राजद के शासनकाल में यहां चरवाहा विद्यालय खोला जा रहा था, लेकिन आज मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज खुल रहे हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगले चुनाव में फिर से NDA की सरकार बिहार में बनेगी।
रालोमो के प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी ने दावा करते हुए कहा कि नीतीश सरकार ने नालंदा के इतिहास को पुनर्जीवित किया। नालंदा के इतिहास को एक तरीके से भूला दिया गया था। आज इसका इतिहास नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित किया गया है जहाँ विभिन्न देशों के छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।