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पटना : लालू यादव ने सुशील मोदी को बताया झूठा, बोले- 2024 में तानाशाही सरकार को हटाना है

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पटना: 

बिहार में (Bihar ) नवगठित आरजेडी-जेडीयू सरकार को लेकर आरजेडी सुप्रीमो और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। लालू प्रसाद यादव ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ मौजूदा तानाशाही सरकार को हटाना है। मोदी (Narendra Modi) को हटाना है। दरअसल, लालू प्रसाद यादव से पत्रकारों ने 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Loksabha Election) की तैयारियों से संबंधित सवाल पूछा था। 

लालू प्रसाद यादव ने आरोपों को बेबुनियाद बताया
पत्रकारों ने जब उनसे प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) द्वारा लगाए गये आरोपों पर सवाल पूछा तो आरजेडी सुप्रीमो ने कहा कि सुशील मोदी झूठे हैं। सारे आरोप बेबुनियाद हैं। दरअसल, नीतीश (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव  (Tejashwi Yadav) की अगुवाई वाली आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस गठबंधन सरकार के गठन के बाद से ही पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी लगातार हमलावर हैं।

उन्होंने आरोप लगाया था कि बिहार में जंगलराज आ गया है। दरअसल, प्रदेश के कानून मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) अपहरण के एक मामले में आरोपी हैं।

कहा जा रहा है कि जिस वक्त वे कानून मंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे, उस समय उनके नाम गिरफ्तारी का वारंट इश्यू किया जा चुका था। हालांकि, कार्तिकेय सिंह के वकील ने कहा कि उन्हें कोर्ट से अंतरिम सुरक्षा मिली है। 

 

भारतीय जनता पार्टी ने सीएम पर लगाये गंभीर आरोप
बीजेपी ने ये भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसे व्यक्ति को कृषि मंत्रालय सौंप दिया है जिनपर अनाज घोटाला का आरोप लगा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में जंगलराज वापस आ गया है। कार्तिकेय सिंह प्रकरण पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पटना हाईकोर्ट इस पर गंभीरता से संज्ञान लेगा। मुझे उम्मीद है कि सीएम नीतीश कुमार कुछ साहस दिखाएंगे। कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। लालू प्रसाद यादव ने इन्हीं आरोपों पर बयान दिया है।

 

9 अगस्त को एनडीए से अलग हो गये थे सीएम नीतीश
बता दें कि बीते 9 अगस्त को नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ सम्मान नहीं मिल रहा। नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी के अधिकांश विधायकों, सांसदों और विधान परिषद सदस्यों की यही राय थी कि हमें एनडीए से अलग हो जाना चाहिए क्योंकि उनका मानना था कि बीजेपी गठबंधन धर्म से इतर, जेडीयू को कमजोर करने का प्रयास कर रही थी। 10 अगस्त को नीतीश कुमार ने महागठबंधन के सीएम के रूप में शपथ ली। 16 अगस्त को बिहार के नए मंत्रिमंडल का गठन हुआ। 33 विधायकों को मंत्री बनाया गया। तेजप्रताप यादव भी मंत्री बने। 

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